पिता हिस्ट्रीशीटर, तीनों बेटे भी निकले चोर, बाराबंकी में गिरोह का पर्दाफाश

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पिता हिस्ट्रीशीटर, तीनों बेटे भी निकले चोर, बाराबंकी में गिरोह का पर्दाफाशबाराबंकी पुलिस ने गिरोह का किया पर्दाफाश।

बाराबंकी। कहा जाता है कि एक बाप का सपना होता है कि उसका बेटा बड़ा होकर उसके खानदानी काम को आगे बढ़ाये और अपना व अपने परिवार का जीविकोपार्जन करे। एक पिता के इस सपने को पूरा किया है बाराबंकी की तीन संतानों ने । इन्होंने अपने पिता के काम में सिर्फ हाथ ही नहीं बटाया, बल्कि उनके इस काम को आगे बढ़कर अपनी रोजीरोटी का जरिया बना लिया। यह काम था लोगों के घरों में चोरी करने का। बाराबंकी पुलिस की गिरफ्त में शनिवार को छह सदस्यीय चोरों के गिरोह के अभियुक्तों में से तीन ऐसे सगे भाई हैं, जिन्होंने अपने ही पिता के चोरी के धंधे को आगे बढ़ाया।

पांच चोरी की घटनाओं को कबूला

तस्वीर में पुलिस की गिरफ्त में खड़ा यह छह सदस्यीय चोरों का गिरोह है, जो जनपद बाराबंकी के देवा थाना इलाके में पुलिस द्वारा पकड़े गए हैं। इस गिरोह के सदस्यों ने पुलिस की पूछताछ में जनपद के अलग-अलग इलाकों से की गई पांच चोरी की घटना को अंजाम दिए जाने की बात को स्वीकार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी की तीन मोटरसाइकिल, अवैध हथियार समेत कई चोरी का सामान बरामद किया है।

दोनों सगे भाईयों को भी जोड़ा

इस गिरोह के सरगना राजू है। राजू ने अपने साथ-साथ अपने दोनों भाईयों को भी इस चोरी के काम में जोड़ लिया। यह पूरा गिरोह जनपद के कई इलाकों में चोरी की घटना को अंजाम देता आ रहा है। वहीं, तीनों भाईयों के पिता राम खेलावन भी चोरी के मामले में हिस्ट्रीशीटर रहा है।

इस गिरोह में राजू, प्रेमचंद्र और विजय कुमार तीनों सगे भाई हैं और तीनों भाई बहुत समय से चोरी करते आ रहे हैं। तीनो भाईयों का पिता राम खेलावन भी चोरी के मामले में हिस्ट्रीशीटर रहा है। यह राजधानी लखनऊ के थाना गोसाईगंज इलाके के कपेरा मदारपुर गांव के रहने वाले हैं। देवा थाना इलाके के इस गिरोह के सभी छह सदस्य चोरी के सामान का बटवारा करने के मामले में एकदूसरे से लड़ रहे थे, तभी पुलिस को किसी ने इनकी सूचना दे दी और पुलिस ने इस गिरोह को दबोच लिया।
राजू बाबू सिंह, पुलिस अधीक्षक, बाराबंकी।

  

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