लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोदी लहर पर सवार बीजेपी ने जहां सबसे ज्यादा सीटें जीतकर रिकार्ड बनाया है, वहीं राजधानी लखनऊ की 9 सीटों में से आठ सीटों पर कमल खिलाकर भी इतिहास बनाया है। ऐसा पहली बार है जब बीजेपी ने जहां इस जिले में सबेस ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की वहीं दो ऐसी सीटों पर भी अपना परचम लहराया जहां पर बीजेपी कभी जीती नहीं थी। यह सीटें है सरोजनी नगर और मलिहाबाद। इन दोनों सीटों पर बीजेपी की महिला उम्मीदवार अपने विरोधियों को पटखनी दी हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों में समाजवादी पार्टी ने सात सीटों पर जीत दर्ज करके सबको चौंका दिया था लेकिन इस बार यहां पर एक सीट को छोड़कर सभी सीटों पर सपा का सुपड़ा साफ हो गया है। लखनऊ मध्य, लखनऊ पूर्व, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ उत्तर, लखनऊ कैंट, मलिहाबाद, बक्शी का तालाब और सरोजनीनगर सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की वहीं मोहनलालगंज सीट पर सपा के खाते में गई। इस सीट पर बीजेपी ने बीएस-4 को अपना समर्थन दिया था। पूर्व मंत्री आरके चौधरी इस सीट से प्रत्याशी थे।
कैंट के हाईप्रोफाइल मुकाबले में बीजेपी की रीता बहुगुणा ने मारी बाजी
इस बार के विधानसभा चुनाव में लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट पर हाईप्रोफाइल मुकाबला था। सपा की तरफ से जहां मुलायम सिंह यादव की छोटी बहुत अर्पणा यादव चुनाव मैदान में थी वहीं बीजेपी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाली डा रीता बहुगुणा जोशी को उम्मीदवार बनाया था। इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार डा रीता बहुगुणा जोशी ने सपा की अर्पण यादव को 33796 वोटों से हराकर जीत अपने नाम की। बसपा ने इस सीट से योगेश दीक्षित को उतारा है जो पार्टी अध्यक्ष मायावती के सुशासन का वादा कर मतदाताओं को लुभाने में लगे थे लेकिन चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे।
एलयू के एक अध्यक्ष ने दूसरे अध्यक्ष को हराया
लखनऊ मध्य सीट पर भी मजेदार मुकाबला हुआ। जिसमें बीजेपी के ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी के रविदास मेहरोत्रा को 5094 वोटों से हराया। इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने सपा के निवर्तमान विधायक एवं कैबिनेट मंत्री रविदास मेहरोत्रा को टिकट दिया था वहीं भाजपा ने लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजेश पाठक को टिकट दिया था जो बसपा छोडकर कुछ दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे। ब्रजेश पाठक की तरह रविदास मेहरोत्रा भी लखनऊ विश्विवद्यला छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे थे। बसपा ने यहां से राजीव श्रीवास्तव को मैदान में उतारा था.
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सरोजनी नगर सीट पर पहली बार खिल गया कमल
सरोजनीनगर सीट से बीजेपी की स्वाति सिंह ने सपा के अनुराग यादव को 34179 वोटों से हराकर एक इतिहास बनाया। यह ऐसी सीट थी जहां पर इससे पहले बीजेपी कभी जीती नहीं थी। चुनाव से पहले माना जा रहा था कि इस सीट पर रोचक मुकाबला होने के आसार थे। भाजपा की प्रदेश महिला शाखा की अध्यक्ष स्वाति सिंह को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया था। इस सीट पी सपा के लिए हालात मुश्किल दिख रहे थे क्योंकि उसके विधायक शारदा प्रसाद शुक्ला पार्टी की अनदेखी के बाद रालोद के टिकट पर यहां से चुनाव लड़े थे। जबकि सपा ने मुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के रिश्ते के भाई अनुराग यादव को टिकट दिया था। बसपा से शिव शंकर सिंह उर्फ शंकरी मैदान में थे।
डा. नीरज बोरा ने अभिषेक मिश्रा को पटखनी दी
लखनऊ उत्तर से बीजेपी के डा. नीरज बोरा ने समाजवादी पार्टी के अभिषेक मिश्रा को 27276 वोटों से हराया। इस सीट पर अखिलेश यादव सरकार में मंत्री उम्मीदवार अभिषेक मिश्रा सपा से चुनाव लड़ रहे थे वहीं बीजेपी ने डा. नीरज बोरा को टिकट दिया था। बसपा से अजय श्रीवास्तव मैदान में थे। साल 2012 के चुनाव में नीरज बोरा को अभिषेक मिश्रा ने 2,219 वोटों के मामूली अंतर से हराया था. तब नीरज बोरा कांग्रेस के प्रत्याशी थे। इस बार चुनाव से पहले वह बीजेपी में शामिल हुए थे।
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दो मुसलमानों की लड़ाई में भाजपा को मिला फायदा
लखनऊ पश्चिम से बीजेपी के सुरेश कुमार श्रीवास्तव ने सपा के मोहम्मद रेहान को 13072 वोटों से हराया। लखनऊ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से सपा उम्मीदवार एवं निवर्तमान विधायक मोहम्मद रेहान और पूर्व विधायक एवं भाजपा उम्मीदवार सुरेश श्रीवास्तव के बीच सीधी टक्कर हुई। जिसमें बीजेपी ने बाजी मारी। इस सीट पर बसपा से अरमान चुनाव मैदान में थे।
लखनऊ पूर्व से लालजी टंडन के बेटे ने दोबार जीत दर्ज की
लखनऊ पूर्व से बीजेपी के आशुतोष टंडन ने कांग्रेस अनुराग भदौरिया को 79230 वोटों से हराया। इस सीटपर से भाजपा नेता लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन पार्टी के उम्मीदवार थे। उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार अनुराग भदौरी और बसपा उम्मीदवार सरोज शुक्ला से चुनौती मिल रही थी। जिसमे यह सीट बीजेपी के खाते में गई।
मलिहाबाद से सांसद कौशल की प्रतिष्ठा बची
मलिहाबाद से जयदेवी कौशल ने सपा की राजबाला को 22668 वोटों से हराया। मलीहाबाद से भाजपा सांसद कौशल किशोर की पत्नी जय देवी सपा उम्मीदवार राजबाला के खिलाफ चुनाव लड रही थी। क्योंकि सपा ने निवर्तमान विधायक इंदल कुमार को टिकट नहीं दिया। इस सीट पर भी भाजपा कभी नहीं जीती थी। मगर इस बार सांसद कौशलकिशोर की पत्नी जया कौशल के मैदान में होने से कांटे की लड़ाई थी जिसमें बीजेपी उम्मीदवार सफल रही।
बीकेटी पर बीजेपी ने लहराया जीत का परचम
बक्शी का तालाब विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अविनाश त्रिवेदी ने बीएसपी उम्मीदवार नकुल दुबे को 17584 वोटों से हराया। इस सीट पर भाजपा के अविनाश त्रिवेदी, पूर्व मंत्री नकुल दुबे बसपा और सपा के निवर्तमान विधायक गोमती यादव के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था लेकिन बीजेपी उम्मीदवार अपने विरोधियों पर भारी पड़े।
आरके चौधरी और रामबहादुर की टक्कर में सपा के अंबरीश सिंह पुष्कर ने मारी बाजी
मोहनलालगंज से सपा के अबंरीश सिंह पुष्कर ने बहुजन समाज पार्टी के राम बहादुर को 530 वोंटो से हराया।इस सीट पर भाजपा समर्थित आरके चौधरी और पूर्व आईएएस बसपा के रामबहादुर के बीच टक्कर की बात की जा रही थी। मोहनलालगंज से सपा ने अम्बरीश पुष्कर को टिकट दिया था जबकि निवर्तमान सपा विधायक चंद्र रावत पार्टी का टिकट ना मिलने पर इस बार राष्ट्रीय शहरी विकास पार्टी की ओर से किस्मत आजमा रही थी। भाजपा ने निदर्लीय उम्मीदवार एवं पूर्व बसपा नेता आर के चौधरी के समर्थन में यह सीट छोड दी थी।