मुफ्त इलाज का आदेश, मगर सहगल के ड्राइवर को बाहर की दवा

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मुफ्त इलाज का आदेश, मगर सहगल के ड्राइवर को बाहर की दवाएक्सीडेंट के दौरान जमीन पर पड़ा ड्राइवर।

लखनऊ। सरकार के फैसले को दरकिनार कर प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल के घायल ड्राइवर के तीमारदारों को केजीएमयू के चिकित्सक बाहर की दवा लिख रहे हैं। ड्राइवर रामसुंदर पांडेय की हालत अभी भी गम्भीर बनी हुयी है। सात दिन इलाज होने के बावजूद ड्राइवर की स्थिति में परिवार वालों को कोई सुधार नजर नही आ रहा है। परिवार वालों का कहना है कि पहले भी बेहोश थे, अब भी बेहोश हैं। ट्रामा सेंटर के थर्ड फ्लोर क्रिटिकल केयर यूनिट से डाक्टरों ने गाधी वार्ड के आईसीयू में रेफर कर दिया है।

सात दिन से ट्रॉमा सेंटर में भर्ती

18 नवम्बर को एक सड़क दुर्घटना में प्रमुख सचिव सूचना विभाग नवनीत सहगल और ड्राईवर राम सुन्दर गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। वह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर एयर शो से लौट रहे थे, तभी वह दुर्घटना का शिकार हो गए थे। प्रमुख सचिव को दूसरे दिन सुबह ही गुड़गांव के मेदांता अस्पताल भेज दिया गया था, जबकि ड्राइवर की हालत गम्भीर होने के बावजूद उसका इलाज राजधानी के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। दिन गुजरने के साथ ही साथ परिवार वालों का अब केजीएमयू के डाक्टरों के ऊपर से विश्वास उठता जा रहा है। सरकारी आदेश के बावजूद केजीएमयू डाक्टर्स की टीम दवा न होने का बहाना बताकर बाहर की दवाएं लिख रहे हैं।

सिर, छाती, पेट में गंभीर चोटें

रामसुन्दर पाण्डेय के छोटे भाई नन्द कुमार पाण्डेय ने बताया कि अभी फिलहाल हालत गम्भीर है। डाक्टर जांच करने में लगे हैं। अभी उन्हे वेंटीलेटर पर रखा गया है। फिलहाल शासन और प्रशासन की ओर से रामसुन्दर को मेदांता अस्पताल ले जाने का आदेश नही आया है। अगर शासन की तरफ से कोई भी आदेश आता है तो हम सीधे उसे मेदांता अस्पताल लेकर जाएंगे। रामसुन्दर के सिर, छाती और पेट में गंभीर चोटें आई हैं। एक दिन में 18 हज़ार रूपये की दवाईयां केजीएमयू के डाक्टर ड्राईवर को लिख रहे हैं।

काफी लम्बा वक्त गुजारा है राम सुंदर ने

पिछले 9 सालों से ड्राइवर रामसुंदर प्रमुख सचिव नवनीत सहगल के ड्राइवर रहे हैं। इसके बावजूद रामसुन्दर की हालत नाजुक होने के कारण भी सरकार को ड्राइवर की स्थिति पर तरस नही आ रहा है। सरकार के फ्री इलाज का दावा करने के बावजूद परिजनों को जेब ढीली करनी पड़ रही है।

क्या कहते हैं अधिकारी

अस्पताल प्रशासन ड्राईवर की जान बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। ड्राईवर के इलाज के लिए मल्टी डाक्टर्स की टीम लगाई गयी है।
वेद प्रकाश, उपचिकित्सा अधिकारी, केजीएमयू

    

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