ISIS के चंगुल से 18 महीने बाद छूटा डॉक्टर कहा, वो भारत के बारे में सब जानते हैं 

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ISIS के चंगुल से 18 महीने बाद छूटा डॉक्टर कहा, वो भारत के बारे में सब जानते हैं 18 महीनों से ISIS के चंगुल में कैद डॉक्टर राममूर्ति कोसानम को भारत नें पिछले दिनों छुड़ा लिया है।

नई दिल्ली। 18 महीनों से ISIS के चंगुल में कैद डॉक्टर राममूर्ति कोसानम को भारत नें पिछले दिनों छुड़ा लिया है। डॉ. के साथ में पांच और लोग भी कैद थे उन्हें भी भारत ने छुड़ा लिया है। इन सभी लोगों को ISIS ने लीबिया में बंधक बना रखा था।

डॉक्टर राममूर्ति कोसानम ने भारत पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि ISIS के आतंकियों ने मुझे 3 बार गोली मारी। मुझे काफी भला-बुरा भी कहा। जितने भी युवा आतंकी हैं वे सभी काफी पढ़े-लिखे हैं और भारत के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। बता दें कि राममूर्ति को आतंकियों ने 18 महीने तक बंधक बनाए रखा था।

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डॉ. राममूर्ति ने बताया, ''आतंकी लगातार मुझ पर ऑपरेशन करने का प्रेशर डालते रहे। मुझे ऑपरेशन थिएटर में जाने के लिए कहते रहे। लेकिन मैंने कुछ भी नहीं किया।'' उन्होंने बताया, ''वे सोचते थे कि मैं एक डॉक्टर हूं और एक न एक दिन उनके काम आ जाऊंगा। इसलिए उन्होंने मुझे जिंदा रखा। शायद इसलिए मैं बच भी गया।''

उन्होंने आगे बताया, ''पिछले साल रमजान के दौरान ISIS आतंकियों ने मुझसे कॉन्टैक्ट किया। उन्हें अपने हॉस्पिटल्स के लिए डॉक्टर्स की जरूरत थी। लेकिन मैंने उम्र का हवाला देकर मना कर दिया।'' डॉ. कोसानम के मुताबिक, ''मैंने उन्हें कहा कि मैं दवाओं से इलाज करना जानता हूं, सर्जन नहीं हूं। इसके बावजूद उन्होंने मुझे सिर्ते के हॉस्पिटल में भेज दिया। कैंप में 10 दिन काम करने के दौरान मुझे एक बांह और दोनों पैरों में गोली लग गई। उन्होंने मुझे 3 बार गोली मारी। वहां मैं 3 हफ्ते आईसीयू में एडमिट रहा। तब तक मिलिट्री एक्टिव हो चुकी थी। एक दिन मिलिट्री हमारी बिल्डिंग के करीब आई। मेरे साथ 4 और लोग थे। हम लोगों ने आजादी-आजादी चिल्लाना शुरू किया। उन्होंने हमें छुड़ा लिया।''

डॉ. ने अपनी आजादी के लिए प्रधानमंत्री एनएसए और सुषमा स्वराज और दूसरे अफसरों को शुक्रिया कहते हुए उन्होंने कहा, ''इन सभी की कोशिशों से मैं घर लौट सका। मैं कभी नहीं भूल सकता।''

    

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