मैंने नहीं की विमुद्रीकरण की आलोचना, ट्विटर को भेजूंगा कानूनी नोटिस: अरुण शौरी
गाँव कनेक्शन 16 Nov 2016 3:32 PM GMT
नई दिल्ली (भाषा)। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने कहा है कि उनके नाम से की जा रही विमुद्रीकरण की आलोचना पूरी तरह फर्जी है और वह इसके लिए ट्विटर को कानूनी नोटिस भेजेंगे।
शौरी ने कहा, ‘‘मेरे नाम से विमुद्रीकरण के कदम का विरोध तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आलोचना किए जाने की बात सामने आई है। यह पूरी तरह फर्जी है। मैं कह चुका हूं कि ऐसा कुछ नहीं है। मेरे नाम से कही जा रही यह बात पूरी तरह फर्जी है।'' उन्होंने कहा, ‘‘बार-बार इनकार किए जाने के बावजूद इस तरह के बयान मेरे नाम से लगातार आ रहे हैं और मैं सार्वजनिक तौर पर कह चुका हूं कि मेरा कोई ट्विटर अकाउंट या फेसबुक पेज नहीं है। ट्विटर के मंच पर आ रहे इस तरह के गलत बयानों की वजह से मैं ट्विटर के लोगों को कानूनी नोटिस भेजने की प्रक्रिया में हूं।''
उनकी टिप्पणी मीडिया की कुछ खबरों के मद्देनजर आई है, जिनमें उनके हवाले से मोदी सरकार के विमुद्रीकरण के फैसले की आलोचना की बात कही गई है।
शौरी ने कहा कि ये फर्जी अकाउंट काफी शर्मिंदगी वाली स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं। कुछ अकाउंट बंद कर दिए गए, लेकिन यह चीज जारी है। विमुद्रीकरण के मुद्दे पर विचार व्यक्त करने के लिए कहे जाने पर शौरी ने टिप्पणी करने से इनकार किया और कहा कि वह इस सबसे अलग किसी चीज पर काम करने में व्यस्त हैं और वर्तमान चीज से दूर हैं। BJP के पूर्व सदस्य शौरी विगत में मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना कर चुके हैं।
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