वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर मर्जर से बनेगी देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी
गाँव कनेक्शन 20 March 2017 11:59 AM GMT
लखनऊ। रिलायंस जियो के आने के बाद टेलीकॉम सेक्टर में कंपनियों के बीच ग्राहकों को लुभाने की होड़ जोरों पर है। इसी दौरान आइडिया और वोडाफोन में विलय (मर्जर) ऐलान हो गया है। आइडिया सेल्युलर बोर्ड ने वोडाफोन इंडिया लिमिटेड के साथ इसके पूरी तरह से स्वामित्व वाली वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज़ की कंपनी के साथ विलय को मंजूरी दे दी है।
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विलय के बाद नई कंपनी देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएगी। इस मंजूरी के बाद दोनों अब देश के सबसे बड़े टेलीकॉम प्रोवाइडर के तौर पर जाने जाएंगे। इस मंजूरी के तहत आइडिया और वोडाफोन की विलय प्रक्रिया अगले साल पूरी हो जाएगी। आइडिया के मुताबिक नई कंपनी में वोडाफोन की हिस्सेदारी 45 प्रतिशत जबकि आइडिया की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत होगी। इसके बाद आदित्य बिरला ग्रुप और वोडाफोन का हिस्सा बराबर हो जाएगा।
आइडिया का वैल्युएशन 72,2000 करोड़ रुपए आंका गया है। फाइलिंग के मुताबिक, एबी ग्रुप के पास 130 रुपए प्रति शेयर की दर से नई कंपनी के 9.5 प्रतिशत खरीदने का अधिकार होगा। इस ऐलान के बाद आइडिया के शेयरों में 2.5% की उछाल आ गई। यह टेलीकॉम इंडस्ट्री की अबतक की सबसे बड़ी डील है। विलय के बाद बनने वाली नई कंपनी टेलीकॉम सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी होगी जिसके करीब 38 करोड़ ग्राहक होंगे।
कुमार मंगलम बिरला बन सकते हैं नई कंपनी के चेयरमैन
चेयरमैन नियुक्त करने का अधिकार केवल आइडिया के प्रोमोटर्स के पास है। वोडाफोन के पास नई कंपनी के सीएफओ को नियुक्त करने का अधिकार है। विलय हुई कंपनी में वोडाफोन 50 फीसदी हिस्सेदारी ट्रांसफर करेगी। इसके साथ ही मर्जर से पहले दोनों कंपनियां स्टेंडअलोन टावर्स को बेचेंगी। सूत्रों के मुताबिक वोडाफोन विलय के बाद बनने वाली कंपनी में सीईओ और सीएफओ दोनों पद मांग रहा है। उसे नई कंपनी का चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला को घोषित करने से कोई ऐतराज नहीं होगा।
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