भारत का पहला डिजिटल मेला आज

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भारत का पहला डिजिटल मेला आजडिजिटल इंडिया मेला प्रयाग जीवन का संगम है जिसमें संस्कृति, परंपरा, विरासत, विचार, ऊर्जा, अधिक और सभी डिजिटल आंदोलन निहित है।

नई दिल्ली। डिजिटल एम्पावरमेंट फाउंडेशन (डीईएफ) द्वारा फरीदाबाद स्थित सूरजकुंड मेला ग्राउंड में शनिवार को पहला डिजिटल मेला ‘प्रयाग’ आयोजित किया जा रहा है। इस मेले में डिजिटल उपकरणों के प्रयोग, ज़मीनी स्तर पर नवाचार, पारंपरिक ज्ञान, पृथ्वी की बचत विषय पर विस्तार से चर्चा होगी।

डिजिटल इंडिया मेला प्रयाग जीवन का संगम है जिसमें संस्कृति, परंपरा, विरासत, विचार, ऊर्जा, अधिक और सभी डिजिटल आंदोलन निहित है। यह संगम भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में फैला है। प्रयाग डिजिटल मेला सक्षम नवीन आविष्कारों, कारीगरों, हथकरघा बुनकरों, किसानों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और शिक्षकों, को मिलाने के लिए एक समृद्ध मंच प्रदान करेगा। इस मेले का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली प्रतिभा को डिजिटली वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना है।

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आयोजन में 25-30 राज्यों के गाँवों के सैकड़ों प्रतिनिधि, विभिन्न सामाजिक संगठन, सामाजिक उद्यमी, नेता, कृषि विज्ञान केन्द्र, हथकरघा समूहों, संघों, सीएसओ, एनजीओ, सीएसआर समूहों, एमएसएमई, निवेशकों सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं के लोग भाग लेंगे।

मेले में खेल, विभिन्न प्रतियोगिताओं, लोक संगीत, थियेटर, कठपुतली शो, जादू शो, आर्ट एंड क्राफ्ट, कहानी, फिल्म स्क्रीनिंग, पर्यावरण और कृषि, व्यापार और वाणिज्य आिद पर कार्यक्रम होंगे।

इन्हें किया जाएगा सम्मािनत

इस अवसर भी 13 वीं मंथन पुरस्कार के लिए गाला शाम का प्रतीक होगा, जिमसें पांच एनजीओ चैलेंज, चार जिला कलेक्टर चैंपियंस पुरस्कार और दो सीआईआरसी पुरस्कार दिए जाएंगे। सबसे अच्छे डिजिटल नवीन आविष्कारों और दक्षिण एशिया से अन्वेषक बनने वालों को भी सम्मानित किया जाएगा।

यह होगा खास

  • मनोरंजन
  • जमीनी स्तर पर और जनजातीय बुद्धि
  • सबल बनाने की चर्चाएं
  • समृद्ध नेटवर्किंग
  • दक्षिण एशिया तलाश

    

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