मुख्यमंत्री अखिलेश और श्रीप्रकाश जायसवाल के एक बार शिलान्यास करने के बाद घाटमपुर बिजलीघर का दोबारा शिलान्यास क्यों?  

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मुख्यमंत्री अखिलेश और श्रीप्रकाश जायसवाल के एक बार शिलान्यास करने के बाद घाटमपुर बिजलीघर का दोबारा शिलान्यास क्यों?   केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल।

कानपुर (भाषा)। केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल घाटमपुर बिजली संयंत्र का दूसरी बार 20 अक्टूबर को शिलान्यास करेंगे। इससे पहले इस बिजली परियोजना का शिलान्यास जून 2012 में तत्कालीन केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था।

दोबारा शिलान्यास कराए जाने पर पूर्व मंत्री जायसवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब पहले एक बार शिलान्यास हो चुका है तो दोबारा शिलान्यास क्यों। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पूर्व में किए गए विकास कार्यों का श्रेय लेने के लिए केंद्र सरकार बिजली परियोजना का शिलान्यास करा रही है।

कानपुर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल शहर से करीब 60 किलोमीटर दूर घाटमपुर में पावर प्लांट का शिलान्यास 20 अक्टूबर को करेंगे। इस कार्यक्रम में कानपुर के सांसद मुरली मनोहर जोशी भी मौजूद रहेंगे।

नेवेली, उत्तर प्रदेश बिजली निगम लि. और केंद्र की संयुक्त तापीय बिजली परियोजना की क्षमता 1980 मेगावाट है। जब पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल कोयला मंत्री थे तो उन्होंने इस बिजली संयंत्र को मंजूरी दिलाई थी और जून 2012 में इसका शिलान्यास किया था जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित कोयला विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद थे।

नीचे दी गई फोटो इसे कंफर्म करती है।

कानपुर के घाटमपुर में 1980 मेगावाट की क्षमता की तापीय विद्युत परियोजना का जून 2012 को पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने शिलान्यास किया, इस अवसर पर जनता को सम्बोधित करते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव।

जायसवाल ने इस बिजली परियोजना पर केंद्र की तत्कालीन सरकार से पैसा भी मंजूर करा दिया था। लेकिन कांग्रेस सरकार जाने के बाद इस परियोजना का काम बंद हो गया था। लेकिन अब एक बार फिर इस बिजली परियोजना का शिलान्यास 20 अक्टूबर को होने जा रहा है।

जब इस परियोजना का शिलान्यास एक बार हो चुका है तो दोबारा इसका शिलान्यास करने का औचित्य सिर्फ और सिर्फ उत्तर प्रदेश का आगामी विधानसभा चुनाव है ताकि प्रदेश की जनता को बताया जा सके कि केंद्र सरकार प्रदेश के विकास के लिए कितनी जागरुक है।
श्रीप्रकाश जायसवाल तत्कालीन केंद्रीय कोयला मंत्री

     

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