लखनऊ। फ़िल्म ‘चलती का नाम गाड़ी’ का गाना ‘पांच रुपय्या बारह आना’ भी किशोर कुमार की कॉलेज की यादों से ही जुड़ा हुआ है। दरअसल कॉलेज में पढ़ने के दौरान किशोर पर कैंटीन वाले का 5 रुपए 12 आने उधार रह गया था। बस इसी आंकड़े को याद रखते हुए कुमार ने अपने गाने में भी यही रकम शामिल कर ली। कॉलेज के बाद में किशोर कुमार अपने बड़े भाई और उस समय इंडस्ट्री के बड़े स्टार अशोक कुमार के साथ मुंबई शिफ्ट हो गए। जहां उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी पारी की शुरूआत की थी।
किशोर अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे खंडवा में शुरूआती पढ़ाई करने के बाद किशोर को उनके पिता ने इंदौर पढ़ने के लिए भेज दिया। प्रशंसकों में किशोर दा के रूप में मशहूर इस सिंगर की कई यादें इंदौर शहर से भी जुड़ी हुई है, जहां उन्होंने कॉलेज में दो साल गुजारे।
इंदौर में किशोर कुमार ने अपने कॉलेज की पढ़ाई क्रिश्चियन कॉलेज में की। कहा जाता है किशोर को इस कॉलेज में एडमिशन दिलवाने के लिए किशोर के पिता ने खास चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद ही किशोर को इस कॉलेज में एडमिशन मिल पाया था। ऐसा इसलिए क्योंकि हमेशा शरारतों में लगे रहने वाले मस्तमौला किशोर पढ़ाई के मामले में थोड़े कमजोर थे। किशोर कुमार कॉलेज में आने के बाद भी अपनी शरारतों और दोस्तों में ही लगे रहते थे। नतीजन गायकी में सबको पीछे छोड़ देने वाले किशोर को कॉलेज में दो साल बैक लगी थी। उसके बाद तीसरे अटेम्ट में उन्होंने अपने एग्जाम क्लियर किए थे।
वैसे दोस्ती के मामले में किशोर का जवाब नहीं था। वो तो अपने दोस्तों के लिए बड़े से बड़े रिस्क तक ले लिया करते थे। एक बार कॉलेज फंक्शन में किशोर ने अपने एक दोस्त के लिए स्टेज के पीछे से गाना गया था और उनका दोस्त स्टेज पर सबके सामने सिर्फ लिपसिंग कर रहा था। वैसे कुछ लोगों का ये भी कहना है कि फेमस सिंगर बनने के बाद कई स्टेज शो करने वाले किशोर को स्टेज फियर था, इसलिए वो कॉलेज में दोस्तों के लिए स्टेज के पीछे से ही गाना गाया करते थे।