लखनऊ। भारत के सुप्रीम कोर्ट के भूतपूर्व न्यायाधीश अल्तमश कबीर (68 वर्ष) का आज एक लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे बंगाली मुस्लिम परिवार से संबंध रखते थे।
न्यायाधीश अल्तमश कबीर ने अपनी आखिरी सांसें कोलकाता में ली जहां उन्होंने अपने कैरियर का एक लम्बा समय गुजारा था। न्यायाधीश अल्तमश कबीर वर्ष 1973 में वकील के तौर पर कोलकाता बार कौसिंल के सदस्य बने और वहीं पर जिला न्यायालय में अपनी प्रैक्टिस शुरू की। इसके बाद कोलकाता हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे।सिविल व क्रिमिनल मामले के वे एक अच्छे वकील थे। वर्ष 1990 में उन्हें कोलकाता हाई कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था। वर्ष 2005 में उन्हें झारखंड हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया।
करीब छह महीने बाद 9 सितंबर 2005 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट का न्यायमूर्ति बनाया गया और इस ओहदे पर 7 साल रहने के बाद वह सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की कुर्सी तक पहुंचे हैं।
न्यायाधीश अल्तमश कबीर 29 सितम्बर 2012 को भारत का 39वां प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। उन्होंने न्यायमूर्ति एच एस कपाड़िया की जगह ली है। कबीर 18 जुलाई 2013 तक सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे।