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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गोवा में फ्लोर टेस्ट आज, पर्रिकर को 22 एमएलए का समर्थन          

supreme court

पणजी। मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में गोवा की भाजपा गठबंधन सरकार को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। पणजी से बीजेपी विधायक सिद्धार्थ को फ्लोर टेस्ट के लिए गोवा विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया। बीजेपी के लिए विधानसभा में बहुमत साबित करना आसान रहने की संभावना है क्योंकि गठबंधन को पयार्प्त संख्याबल का भरोसा है।

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मंगलवार शाम को नौ मंत्रियों के साथ शपथ लेने वाले पर्रिकर के पास 22 विधायकों का समर्थन है जो 40 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के जादुई आंकड़े 21 से एक अधिक है। रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले और चौथी बार गोवा के मुख्यमंत्री बनने के लिए घर वापसी करने वाले 61 वर्षीय पर्रिकर को अपने गठबंधन के सहयोगियों गोवा फारवर्ड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) और निर्दलियों के समर्थन का भरोसा है।

आईआईटी से पढाई करने वाले पर्रिकर की पार्टी के 13 विधायक हैं और उन्होंने जीएफपी, एमजीपी के अलावा दो निर्दलियों के समर्थन से कुल 21 सदस्यों के साथ रविवार को सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

एक अन्य निर्दलीय विधायक ने बुधवार को गठबंधन को समर्थन दिया था जिससे यह संख्या बढकर 22 हो गई। सुप्रीम कोर्ट के निदेर्श के अनुसार, गोवा विधानसभा में शक्ति परीक्षण आज होगा। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पर्रिकर ने भरोसा जताया था कि उनकी सरकार स्थिर होगी और पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।

उन्होंने कहा, सबको साफ कर दूं कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने कहा, मैं सहमत हूं कि जनादेश खंडित है। लेकिन अगर खंडित जनादेश का हर खंड एकसाथ आता है तो हम 22 हो जाएंगे। यह एकसाथ आकर चुनाव बाद गठबंधन है और क्षेत्रीय दलों ने बढत बनाई है, मैंने नहीं।

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