मुंबई दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देशहित में बड़े फैसले बेहद जरूरी, आलोचक भी कर रहे तारीफ

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   24 Dec 2016 4:14 PM GMT

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मुंबई दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देशहित में बड़े फैसले बेहद जरूरी, आलोचक भी कर रहे तारीफप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

मुंबई /पातालगंगा (महाराष्ट्र) (भाषा)। मुंबई दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा देशहित में बड़े फैसले बेहद जरूरी है। सरकार दूरदर्शी फैसले ले रही है। नोटबैन सरकार का एक अहम फैसला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को महाराष्ट्र के एकदिवसीय दौरे पर हैं जहां उन्होंने निकटवर्ती रायगढ़ जिले के एमआईडीसी पातालगंगा में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मैनेजमेंट के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन किया। यह संस्थान सेबी के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मार्केट्स (एनआईएसएम) के तहत काम करेगा।

उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरे देश को सरकार की नीतियों से फायदा हो रहा है। मोदी ने कहा देशहित में कठिन फैसले करने से परहेज नहीं करुंगा, नोटबंदी से थोड़े समय के लिए कठिनाइयां होंगी लेकिन इसके दीर्घकालिक फायदे हैं। छोटे बिजनेसमैन तरक्की कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि आलोचकों ने भी देश की तरक्की को सराहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहुप्रतिक्षित जीएसटी जल्द ही वास्तविकता बनेगी और आज प्रत्यक्ष विदेशी निवेश रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है। सरकार ठोस और कारगर आर्थिक नीतियों को आगे बढ़ाना जारी रखेगी और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए कोई निर्णय नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि सरकार का स्किल इंडिया पर जोर है।

प्रधानमंत्री ने कहा मुद्रास्फीति पिछले सरकार के मुकाबले कम है। विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है। तीन वर्षो से भी कम समय में सरकार ने अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने का काम किया है, राजकोषीय घाटे को कम किया है और विदेशी मुद्रा का भंडार बढा है, साथ ही मुद्रास्फीति कम हुई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में गिरावट का समय है, विश्व में सर्वोच्च वृद्धि के अनुमान के साथ भारत को एक प्रकाशपुंज की तरह देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्टॉक मार्केट को सार्थक उद्देश्यों के लिए पूंजी जुटाना चाहिए, बांड मार्केट को दीर्घकालिक आधारभूत ढांचे के वित्तपोषण का माध्यम बनना चाहिए।

       

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