कालेधन, रिश्वत पर अंकुश लगाने के लिए युवा डिजिटल भुगतान योजनाओं का दूत बनें : मोदी 

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   26 Feb 2017 6:41 PM GMT

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कालेधन, रिश्वत पर अंकुश लगाने के लिए युवा डिजिटल भुगतान योजनाओं का दूत बनें  : मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

नई दिल्ली (भाषा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात' कार्यक्रम में युवाओं से ‘भ्रष्टाचार विरोधी कैडर' बनने की अपील करते हुए आज कहा कि डिजिटल भुगतान से कालेधन पर अंकुश लगाया जा सकता है और यह भ्रष्टाचार से लड़ने में भी प्रमुख भूमिका निभा सकता है।

मोदी ने ‘मन की बात' कार्यक्रम में कहा कि युवाओं को सरकार की ओर से शुरू की गई डिजिटल भुगतान योजनाओं का दूत बनना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘आप इस आंदोलन का नेतृत्व कीजिए। आप इसको आगे बढ़ाइए और इस काम की एक प्रकार से भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लड़ाई में बहुत बड़ी भूमिका है। मेरी दृष्टि से इस काम से जुड़ा हुआ हर व्यक्ति भ्रष्टाचार विरोधी कैडर है। एक प्रकार से आप शुचिता के सैनिक हैं।''

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग धीरे-धीरे नकदी का उपयोग छोड़ रहे हैं और डिजिटल भुगतान की दिशा में बढ़ रहे हैं तथा युवा भुगतान के लिए अपने मोबाइल फोन एक नए उपकरण की इस्तेमाल करने में नेतृत्व कर रहे हैं।

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मोदी ने कहा कि पिछले दो महीनों में 10 लाख लोगों को पुरस्कृत किया गया, 50,000 से अधिक व्यापारियों ने पुरस्कार जीते और सरकार के डिजिटल भुगतान अभियान को आगे बढ़ाने और बढ़ावा देने वाले लोगों ने 150 करोड़ रुपए से अधिक राशि जीती। उन्होंने कहा कि 14 डिजिटल भुगतान योजनाओं को 14 अप्रैल (अंबेडकर जयंती) को 100 दिन पूरे हो जाएंगे तथा और हर व्यक्ति को इसमें मदद करनी चाहिए कि 125 लोग अपने मोबाइल फोन पर ‘भीम' एप डाउनलोड करें।

‘स्वच्छ भारत' अभियान का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि शौचालयों की सफाई करते हुए भी ‘मनोवैज्ञानिक अवरोधक' आड़े नहीं आना चाहिए तथा कुछ वरिष्ठ नौकरशाहों ने दिखाया कि शौचालय की सफाई अब कितनी सहज हो गई है।

मोदी ने ‘दृष्टिबाधितों के टी-20 विश्वकप' में पाकिस्तान को पराजित करने वाले ‘दिव्यांगों' को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम अब सिर्फ सरकारी कार्यक्रम नहीं रह गया है, बल्कि सामाजिक संवेदना और जन शिक्षा का अभियान बन चुका है।


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