नई दिल्ली (भाषा)। तमिल, हिन्दी और संस्कृत के विद्वान और लेखक पी. जयरामन सहित 22 भाषाओं के अनुवादकों को वर्ष 2016 का ‘साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार’ दिया जाएगा।
अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासन राव ने बताया कि अकादमी के अध्यक्ष प्रो. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में आज यहां हुई कार्यकारी मंडल की बैठक में 22 भारतीय भाषाओं के अनुवादकों को वर्ष 2016 का ‘साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार’ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मलयालम और अंग्रेजी भाषाओं के साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कारों की घोषणा बाद में की जाएगी।
राव ने बताया कि हिन्दी के लिए अनुवाद पुस्कार विद्वान पी जयरामन को दिया गया है। उन्होंने प्राचीन तमिल भक्ति काव्य साहित्य का हिन्दी में अनुवाद किया है, जिसके खंड तीन और खंड चार को पुरस्कार दिया गया है, वहीं, उर्दू में यह पुरस्कार हक्कानी अल कासमी को गुजराती के उपन्यास ‘आंगलियात’ का उर्दू में तर्जुमा करने के लिए दिया गया है।
सचिव ने कहा कि इनके अलावा रवि पुरोहित (राजस्थानी), रानी सदाशिव मूर्ति (संस्कृत), अमरजीत कौंके (पंजाबी), वसंत परीख (गुुजराती), रेवती मिश्र (मैथिली), मिलिंद चंनानेरकर (मराठी) सहित 22 पुस्तकों को यह पुरस्कार दिया गया है।
राव ने कहा, ‘‘पुस्तकों का चयन नियामुसार गठित संबंधित भाषाओं की त्रिसदस्यीय निर्णायक समितियों की संस्तुतियों के आधार पर किया गया है।” उन्होंने कहा कि ये पुरस्कार इसी वर्ष आयोजित एक विशेष समारोह में दिए जाएंगे। पुरस्कार विजेताओं को 50,000 रुपए और ताम्रफलक दिया जाएगा।