फैसला: बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे तो सरकारी कोटे से राशन भी नहीं मिलेगा

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फैसला: बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे तो सरकारी कोटे से राशन भी नहीं मिलेगानवंबर से नया नियम करेंगे लागू।

वीरेंद्र सिंह (कम्यूनिटी रिपोर्टर)

सिरौली गौसपुर (बाराबंकी)। तहसील सभागार में उपजिलाधिकारी लव कुमार सिंह की अध्यक्षता व पूर्ति निरीक्षक हजारी प्रसाद के संयोजन में तहसील क्षेत्र के समस्त कोटेदारों की बैठक की गयी। बैठक में जिला पूर्ति अधिकारी शोभनाथ यादव ने कोटेदारों को संबोधित करते हुए कहा की अंत्योदय व पात्र गृहस्थी में दर्ज ऐसे कार्डधारक जिनके बच्चों के नाम प्राथमिक विद्यालय में दर्ज है मगर वे स्कूल नहीं जाते हैं तो उनको राशन नहीं दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जिन गाँवों में 82 प्रतिशत से अधिक फीडिंग हो गई है। उस गाँव के बड़े लोगों के नाम कटवाने में कोटेदार पूर्ति निरीक्षक का सहयोग प्रदान करें तथा अब तक दर्ज राशनकार्डों को 100 प्रतिशत आधार से लिंक कराएं क्योंकि नवंबर से कोटेदारों को ई-पास मशीन दी जाएगी, जिसमें 13 नंबर डायल करने पर कार्ड धारक का पूरा डाटा निकल आता है और आधार कार्ड के लिंक करते ही यूनिट व खाद्यान्न आदि का ब्योरा आ जाता है तत्पश्चात दी गयी मूल्य की रसीद बसों की टिकट जैसी निकलती है।

जिसे कोटेदार को कार्ड धारक को देना होगा। इसीलिए समस्त कोटेदार अपने-अपने गाँवों के कार्डधारकों के 100 प्रतिशत आधार से लिंक करे पूर्ति अधिकारी ने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि जिन गाँवों में अन्यतोदय व पात्र गृहस्थी में कार्ड डबल हो गये हैं। या दोनों में मुखिया के नाम अदल बदल कर डबलिंग हैं। ऐसे कार्ड धारकों को चिन्हित कर अपने पूर्ति निरीक्षक को रिपोर्ट दे। इस मौके पर श्याम जी गुप्ता, वकास अहमद, मो कामिल, रमेश चन्द्र गुप्ता, आदि कोटेदार उपस्थित रहे।

"This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org)."

    

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