नोएडा बनता जा रहा है अपराधियों का सुरक्षित ठिकाना 

Ashwani NigamAshwani Nigam   16 Oct 2016 7:42 PM GMT

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नोएडा बनता जा रहा है  अपराधियों का सुरक्षित ठिकाना फाइल फोटो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की एटीएस टीम ने रविवार को नोएडा के हिंडन अपॉर्टमेंट से 9 नक्सलियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए नक्सलियों के पास से बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक भी बरामद हुआ। गिरफ्तार नक्सलियों में से तीन बिहार के और तीन उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। अपने-अपने इलाके में ये सभी वांटेड हैं। पुलिस का कहना है कि स्थानीय अपराधियों के साथ मिलकर ये लोग लूट, अपहरण और हत्या का प्लान बना रहे थे। नक्सलियों की इस गिरफ्तारी को लेकर एक तरफ जहां पुलिस के बड़े अधिकारी एटीएस की पीठ थपथपा रहे हैं, वहीं नोएडा में रहने वाले लोग एक बार फिर दहशत में हैं।

अपराधी नोएडा से चला रहे हैं गिरोह

अभी तक तो उनको यहां पर लूट, हत्या और गैंगवार जैसी घटना का सामना करना पड़ता था, वहीं अब नक्सलियों की धमक भी उन्हें यह पहली बार सुनाई दी है। पिछले दो दशक से नोएडा बड़े से लेकर छोटे अपराधियों को सुरक्षित ठिकाना बन गया है। जहां पर उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि बिहार, बंगाल, हरियाणा और पंजाब के अपराधी यहां पर अपराधिक घटनाओं को अंजाम न सिर्फ छिप रहे हैं, बल्कि यहां पर वह संगठित अपराध गिरोह भी चला रहे हैं। यूपी पुलिस पिछले कई साल से यहां के अपराधियों की कमर तोड़ ने में लगी हुई है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो ने भी अपनी रिपोर्ट में बताया है कि हाईटेक सिटी नोएडा में अपराध घटने की बजाए बढ़ते ही जा रहे हैं। जिले में जनसंख्या के अनुसार, अपराधियों की संख्या का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रति एक लाख में कम से कम 500 लोग अपराधी हैं।

पिछले साल 104 लोगों की हत्या की गई

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की 2015 की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल नोएडा में 104 मर्डर किए गए। 106 लोगों पर जानलेवा हमला हुआ। यह वह आंकड़े हैं जिसकी रिपोर्ट हुई, लेकिन ऐसे सैकड़ों मामले हैं, जो पुलिस की संज्ञान में ही नहीं आए।

बलात्कार के 54 मामले

नोएडा में बलात्कार का आंकड़ा भी कम नहीं है। बीते साल यहां पर 54 रेप केस दर्ज किए गए। उसमें भी सबसे खतरनाक यह है कि ज्यादा रेप केस 18 से 30 साल की उम्र की युवतियों के साथ हुए।

अपहरण के 120 मामले सामने आए

नोएडा में किडनैपिंग को अपराधियों ने एक व्यापार बना लिया है। यहां बड़ी संख्या में अपराधी फिरौती के लिए अपहरण करते हैं। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों की मानें तो 120 अपहरण यहां पर पिछले साल हुए। इसके साथ ही खुद पुलिस ने स्वीकार किया है कि अपहरण की कुछ ऐसी भी वारदात हुई हैं, जिसमें पीड़ित के परिजनों ने अपरहण की बात को पुलिस से छिपाया है।

142 लोग सड़क पर ही लूट लिए गए

नोएडा में अपराधियों के होसले कितने बुलंद है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर पिछले साल 142 लोगों को सड़क पर लूट लिया गया। कुल 227 लूट के मामले यहां पर दर्ज किए गए, इनमें घरों और दुकानों में लूट के मामले भी शामिल हैं। चोरी के मामले में नोएडा के घर भी सुरक्षित नहीं हैं। यहां पर बीते साल साढ़े तीन हजार से ज्यादा चोरी के मामले हुए। इनमें से 2193 मामले घरों में, 334 हार्इवे पर और 384 दुकानों में चोरी के मामले हैं। इसके साथ ही यहां पर धोखाधड़ी के भी लगभग 382 मामले दर्ज किए गए।

हथियारों से खेलने में भी आगे

नोएडा में गैंगवार और गोली चलना आम बात हो गई है। बीते साल आर्मस एक्ट में 1023 मामले दर्ज किए गए। गैंब्लिंग एक्ट में 62, एक्साइज एक्ट में 866, आईटी एक्ट में 69 और इलेक्ट्रिसिटी चोरी में में 1555 मामले दर्ज किए गए।

नशे का फल-फूल रहा कारोबार

नोएडा में नशे का कारोबार भी तेजी से बढ़ रहा है। कई संगठित गिरोह इस काम में लगे हुए हैं। पिछले साल यहां से 117 किलो गांजा, 3392 किलो एलएसडी, एक किलो चरस और पांच किलो नशे का अन्य सामान जब्त किया गया। वहीं बीते साल नकली देसी शराब की 23,569 बोतल और फैक्ट्री मेड नकसली की 64,049 बोतल जब्त की थी।

पिछले महीने नोएडा में हर दिन हुई लूट

नोएडा में पिछले महीने 1 सितंबर से लेकर 30 सितंबर के बीच 32 लूट की घटनाएं हुईं। इसमें 22 मोबाइल लूटे गए हैं, 2 महिलाओं से चेन लूटी गई। 8 अन्य बड़ी लूट हुई हैं, जिनमें अगवा कर कार, मोबाइल, पैसे व अन्य सामान लूटे गए हैं। ऑपरेशन एंटी स्नैचल में भले ही पुलिस ने 42 मोबाइल फोन बरामद किया है, लेकिन सितंबर की सिर्फ नौ लूट का ही खुलासा कर पाई है। सर्वाधिक लूट के मामले सेक्टर-20 थानाक्षेत्र में हुए हैं। आंकड़े बताते हैं कि हर रोज शहर में मोबाइल, चेन या अन्य लूट हो रही हैं। ऐसे में लोगों को सड़क पर चेन पहचनकर चलना या मोबाइल से सड़क पर बात करना खतरे से भरा हुआ है। पुलिस भी लुटेरों को नहीं पकड़ पा रही है। इससे बदमाशों का मनोबल बढ़ा हुआ है और आए दिन लूट की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। सेक्टर-20 थाना नोएडा का वह थाना है, जहां पर सबसे ज्यादा अपराधिक घटनाएं होती हैं। उसके बाद सेक्टर-39, सेक्टर-58, सेक्टर-24, सेक्टर-49, फेज-2 और एक्सप्रेस-वे थाना हैं।

प्रदेश में नोएडा से लेकर जहां कहीं भी अपराधी सक्रिय हैं, वहां पर पुलिस अभियान चलाकर कानून-व्यवस्था को मजबूत कर रही है। जहां तक बात नोएडा की है तो एटीएस की टीम ने वहां से रविवार को नक्सिलियों को गिरफ्तार किया है। नोएडा को अपराध मुक्त बनाने के लिए पुलिस काम कर रही है।
दलजीत चौधरी, एडीजी, कानून-व्यवस्था उत्तर प्रदेश पुलिस

30 नई पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ियों को नोएडा में किया जाएगा तैनात

हाइटेक सिटी नोएडा में आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए यूपी पुलिस यहां पर 30 नई पेट्रोलिंग गाड़ियों को तैनात करने जा रही है। इन गाडि़यों में प्रशिक्षित पुलिस बल रहेगा। साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों और निगरानी रखने और पब्लिक प्लेस पर लोगों की सुरक्षा के लिए नए सिरे से कैमरे लगाए जाएंगे। यह जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने कहा कि नोएडा को अपराध मुक्त बनाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। डायल 100 और टिवटर सेवा को और ज्यादा मजबूत किया जा रहा है। नोएडा के सभी थानों को लगातार पेट्रोलिंग करने और अपराध पर लगाम लगाने का भी आदेश दिया गया है।

    

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