राष्ट्रपति ओबामा ने अमेरिकियों से ली विदाई, लोकतंत्र की रक्षा करने को कहा

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राष्ट्रपति ओबामा ने अमेरिकियों से ली विदाई, लोकतंत्र की रक्षा करने को कहाअमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा

शिकागो (भाषा)। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज एक भावुक भाषण में अमेरिकी नागरिकों से विदा ली और उन्हें डोनाल्ड ट्रंप के निर्वाचन के बाद देश में नुकसानदेह राजनीतिक माहौल के बीच लोकतंत्र को नस्लवाद, असमानता और भेदभाव से उत्पन्न खतरे के प्रति आगाह किया।

ओबामा अपने गृहनगर में करीब 20 हजार समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। 55 वर्षीय राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं आप लोगों से कह रहा हूं कि बदलाव लाने के लिए मेरी योग्यता पर भरोसा नहीं करें, बल्कि अपने आप पर भरोसा करें।''

मैं आपसे कह रहा हूं कि आप उस भरोसे को बनाएं रखें जो हमारी स्थापना के दस्तावेजों में लिखा है, हां, हम कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हां, हमने किया। हां, हम कर सकते हैं।
बराक ओबामा, राष्ट्रपति, अमेरिका

उन्होंने अमेरिकी नागरिकों को लोकतंत्र के प्रति खतरों को लेकर आगाह किया और कहा जब हम भय के सामने झुक जाते हैं तो लोकतंत्र प्रभावित हो सकता है। इसलिए हमें नागरिकों के रुप में बाहरी आक्रमण को लेकर सतर्क रहना चाहिए। हमें अपने उन मूल्यों को कमजोर होने से बचाना चाहिए जिनकी वजह से हम वर्तमान दौर में पहुंचे हैं।

ओबामा ने अफसोस जताया कि वर्ष 2008 में देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति के रुप में उनके ऐतिहासिक चुनाव के बाद भी नस्लवाद हमारे समाज में ताकतवर और अक्सर विभाजनकारी ताकत के रुप में बरकरार है। उन्होंने स्वीकार किया कि उनके चुनाव के बाद ऐसी चर्चा थी कि अमेरिका नस्लवाद के बाद का देश होगा। इस दृष्टिकोण का इरादा तो बेहतर था लेकिन यह यथार्थवादी नहीं था।

राष्ट्रपति के रुप में ओबामा का कार्यकाल 20 जनवरी को समाप्त होगा और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रुप में कार्यभार संभालेंगे। ओबामा ने आने वाले हफ्तों में ट्रंप को सत्ता का शांतिपूर्वक हस्तांतरण करने का वादा किया। ट्रंप का नाम लिए बिना उन्होंने अपने भाषण में वर्ष 2016 के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान के दौरान खास मुद्दे रहे कई विवादित विषयों का खंडन किया। इनमें मुस्लिम प्रवासियों पर अस्थायी रोक जैसे मुद्दे भी शामिल थे।

ओबामा ने कहा कि वह मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ भेदभाव को खारिज करते हैं। उन्होंने कहा कि वे लोग भी उतने ही राष्ट्रभक्त हैं जितने हम हैं। उनकी इस टिप्पणी का सभा में मौजूद लोगों ने खासा स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को ठोस कानूनी आधार प्रदान करने के लिए काम किया। यही वजह है कि हमने प्रताड़ना को समाप्त किया, निगरानी से जुड़े अपने कानूनों में सुधार के लिए काम किया ताकि निजता और नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि इस वजह से वह मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ भेदभाव को खारिज करते हैं।

ओबामा ने कहा कि यही वजह है कि हम वैश्विक संघर्षों, लोकतंत्र का विस्तार, मानवाधिकार, महिलाओं के अधिकार, एलजीबीटी के अधिकार आदि से अलग नहीं हो सकते, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमारे प्रयास कितने अपूर्ण हों। उन्होंने अपने देशवासियों को आगाह किया कि उस समय अमेरिकी लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा होता है, जब कभी इसे हल्के में लिया गया हो।

हम सब को मिलकर, भले ही हम किसी भी पार्टी के हों, अपने लोकतांत्रिक संस्थानों के पुनर्निर्माण पर जोर देना चाहिए। जब विकसित लोकतंत्रों में मतदान का प्रतिशत कम हो तो हमें मतदान को कठिन नहीं बल्कि आसान बनाना चाहिए।
बराक ओबामा, राष्ट्रपति, अमेरिका

उन्होंने कहा कि जब हमारे संस्थानों में भरोसा कम हो तो हमें अपनी राजनीति में धन के नुकसानदेह प्रभाव को कम करना चाहिए और पारदर्शिता के सिद्धांत और लोक सेवा में नैतिकता पर बल देना चाहिए।

ओबामा ने आगाह किया कि आर्थिक विभाजन के कारण नस्ली विभाजन में तेजी आयी है, खासकर ऐसे समय जब देश में लातिनी अमेरिकी मूल के लोगों की आबादी बढ़ रही है। नस्ली मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आपराधिक न्याय, शिक्षा, नौकरियों और आवास में भेदभाव से मुकाबला करने के लिए कानून कायम रहने चाहिए और दिलों में बदलाव आना चाहिए।

उन्होंने कहा कि लेकिन हम लोग वहां नहीं हैं, जहां हमें होना चाहिए। हम सब को और कार्य करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि अगर हर आर्थिक मुद्दे को मेहनती श्वेत मध्यमवर्ग तथा अनुपयुक्त अल्पसंख्यकों के बीच टकराव के रुप में देखा गया तो सभी तबकों के कामगार तुच्छ चीजों के लिए ही संघर्ष करते रहेंगे और संपन्न लोग और लाभ उठाते रहेंगे।

उन्होंने आगाह किया कि अगर हम प्रवासियों के बच्चों के लिए निवेश में कमी लाते हैं सिर्फ इसलिए कि वे अमेरिकियों जैसे नहीं दिखते तो हम अपने बच्चों की संभावनाएं भी कमजोर बना रहे हैं क्योंकि वे अश्वेत बच्चे अमेरिकी कामगारों के एक बडे हिस्से का प्रतिनिधित्व करेंगे। ओबामा ने कहा कि अमेरिका को कोई नहीं परास्त कर सकता, बशर्ते हम संघर्ष के अपने सिद्धांत और अपने संविधान के साथ धोखा नहीं करें।

उन्होंने जोर दिया कि रुस और चीन जैसे हमारे प्रतिद्वंद्वी दुनिया भर में हमारे प्रभाव का मुकाबला नहीं कर सकते, बशर्ते हम अपना रुख छोड़ नहीं दें और हम एक ऐसे बड़े देश के रुप में अपने को नहीं बदल लें जो छोटे पड़ोसियों पर धौंस दिखाता हो।

   

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