प्रधानमंत्री को ‘डकैत’ कहने पर बिहार विधानसभा में भाजपा का हंगामा, मंत्री जलील मस्तान को बर्खास्त करने की मांग 

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   1 March 2017 3:10 PM GMT

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प्रधानमंत्री को ‘डकैत’ कहने पर बिहार विधानसभा में भाजपा का हंगामा, मंत्री जलील मस्तान को बर्खास्त करने की मांग बिहार विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही भाजपा सदस्यों के हंगामें की वजह से स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद भाजपा सदस्यों ने मंत्री जलील मस्तान की बर्खास्तगी की मांग की।

पटना (आईएएनएस)। बिहार के मद्य निषेध और उत्पाद मंत्री जलील मस्तान द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'डकैत' और 'नक्सली' कहे जाने पर मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तेवर कड़े कर लिए हैं। बिहार विधानसभा में भाजपा सदस्यों ने बुधवार को मंत्री की बर्खास्तगी को लेकर जमकर हंगामा किया, जिससे विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

बिहार विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही बुधवार को जैसे ही प्रारंभ हुई, भाजपा सदस्यों ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक शब्द कहने वाले मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। सभी सदस्य सदन के मध्य आकर सरकार से मंत्री की बर्खास्तगी की मांग करने लगे।

विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदस्यों से कई बार अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया, परंतु जब वे नहीं माने तब विधानसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

सदन की बैठक दोबारा शुरू होने पर भी भाजपा सदस्यों का हंगामा जारी रहा। इस दौरान विधानसभा में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सदानंद सिंह ने कहा कि मंत्री द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ की गई टिप्पणी का सभी सदस्यों को खेद है। इसके बाद भी भाजपा के सदस्य हंगामा करते रहे। इसके बाद अध्यक्ष को विधानसभा की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी मंत्री के बयान पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि लोकतंत्र में इस तरह की हरकत नहीं होनी चाहिए। ऐसी बातें कहीं से भी सही नहीं है।

इसके पूर्व मंत्री मस्तान का एक वीडियो वायरल होने के बाद राज्य की राजनीति गर्म हो गई। इस वीडियो में नीतीश सरकार के मंत्री ने लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर जूते मारने के लिए उकसाने के बाद जूते मरवाए तथा सार्वजनिक मंच से मंत्री ने प्रधानमंत्री को 'नक्सली' और 'डकैत' बताया।

नोटबंदी के विरोध में पूर्णिया में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री मस्तान ने तब विवाद पैदा कर दिया था, जब उन्होंने वहां एकत्र भीड़ से नोटबंदी के फैसले का विरोध करने तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर जूते मारने को कहा। इसके बाद कुछ कार्यकर्ता बिना देर किए वहां प्रधानमंत्री की तस्वीर पर जूते मारने लगे।

22 फरवरी को आयोजित इस कार्यक्रम में जूते मरवाने के बाद भी जब मंत्री का मन नहीं भरा, तब उन्होंने प्रधानमंत्री को नक्सली तक कह दिया। मस्तान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "वह प्रधानमंत्री (पीएम) नहीं है, वह नक्सलाइट (नक्सली) है, उग्रवादी है, डकैत है और लोगों को तरह-तरह से सताने वाला है।"

इस मामले को लेकर मस्तान अब सफाई दे रहे हैं। उन्होंने बुधवार को कहा, "मैंने कुछ नहीं कहा, जो किया वह वहां उपस्थित लोगों ने किया।"

इधर, इस वीडियो के मीडिया में आने के बाद भाजपा ने अपने तेवर कड़े कर दिए हैं।

भाजपा विधायक नितिन नवीन ने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्री को बर्खास्त नहीं करते, सदन नहीं चलने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री का नहीं पूरे देश का अपमान है।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने कहा कि मस्तान पर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए तथा उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

                

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