नई दिल्ली (भाषा)। राज्यसभा में आज समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन ने राजस्थान के जयपुर में शूटिंग के दौरान फिल्म ‘पद्मावती’ के सेट पर हुए हमले का जिक्र करते हुए मांग की कि बड़ी संख्या में रोजगार देने वाले फिल्म उद्योग के लोगों के साथ होने वाली इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
शून्यकाल में जया ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि हमारे संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी गई है लेकिन हालिया समय में असहिष्णुता की घटनाओं में वृद्धि हुई है और ज्यादातर मामलों में यह कथित राजनीतिक संरक्षण के चलते हुआ है। जो लोग इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं उनका कानून व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं होता।
उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग भी इसी तरह की समस्या का शिकार अक्सर होता है। उन्होंने कहा कि इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि फिल्म उद्योग बहुत बड़ी संख्या में रोजगार सृजित करता है और केवल मनोरंजन के उद्देश्य से कल्पनाओं को उड़ान दे कर फिल्म का निर्माण करता है। लेकिन कभी कहानी को लेकर आपत्ति जताई जाती है, कभी किसी संवाद को लेकर शिकायत दर्ज कराई जाती है। कथानक, गीत संगीत, परिप्रेक्ष्य आदि को लेकर आपत्ति जताने के साथ साथ सेट पर तोडफोड़ तक की जाती है। यह हमला सीधे सीधे रचनात्मकता पर होता है।
जया ने कहा कि हाल ही में निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ की जयपुर में शूटिंग के दौरान इसके सेट पर तोड़फोड़ की गई, महंगे उपकरण नष्ट किए गए और भंसाली पर हमला किया गया। उन्होंने कहा कि भंसाली जानामाना नाम हैं और उनके साथ इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए।
जया ने कहा कि भंसाली ऐसे पहले भारतीय निर्देशक हैं जिन्होंने वर्ष 2008 में ‘पद्मावती’ ऑपेरा का पेरिस के थिएटर दू शैटेलेट में निर्देशन किया था। उन्होंने कहा कि रचनात्मकता के साथ इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए और बडी संख्या में रोजगार देने वाले फिल्म उद्योग के लोगों के साथ होने वाली इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
विभिन्न दलों के सदस्यों ने उनके इस मुद्दे से स्वयं को संबद्ध किया। उल्लेखनीय है कि गत 27 जनवरी को जयपुर के जयगढ़ किले में चल रही ‘पद्मावती’ की शूटिंग के दौरान कथित तौर पर राजपूत करणी सेना के लोगों ने हमला कर दिया था। इस फिल्म में रानी पद्मावती की भूमिका दीपिका पादुकोण निभा रही हैं।