Gaon Connection Logo

नए डीजीपी की रेस तेज, रजनीकांत मिश्रा का नाम सबसे आगे

uttar pradesh

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही प्रशासनिक और पुलिस महकमे में भी भारी फेरबदल होने की संभावना है। राज्य में बीजेपी की सरकार बनने और उसकी कमान आदित्यनाथ योगी के हाथ में आने से माना जा रहा है कि एक दो दिन में मुख्यमंत्री पुलिस विभाग में बड़ा बदलाव कर सकते हैं।

राज्य में नए डीजीपी की तलाश भी तेज हो गई है। वर्तमान डीजीपी जावीद अहमद की जगह रजनीकांत मिश्रा को राज्य का नया डीजीपी बनाया जा सकता है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे। इस दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात हुई। माना जा रहा है कि बीजेपी नेतृत्व से उन्होंने मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे और कई सारे मुद्दों पर चर्चा की। उनके लखनऊ लौटने और मंत्रियों के विभाग आवंटित होने के बाद नए डीजीपी के नाम की घोषणा हो सकती है।

यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी रजनीकांत मिश्रा काफी समय से डेपुटेशन पर हैं और अभी बीएसएफ में अपर पुलिस महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं। काफी सख्त छवि माने जाने वाले रजनीतकांत मिश्रा के बीजेपी के नेतृत्व में भी अच्छे संबंध हैं। माना जा रहा है मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी राज्य में कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए किसी कड़क और ईमानदार अधिकारी के हाथ में पुलिस विभाग की कमान सौंपना चाहते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि रजनीकांत मिश्रा उनकी पहली पसंद हो सकते हैं। हालांकि इस रेस में सुलखान सिंह और प्रवीण सिंह का नाम भी आगे है। साथ ही डॉ. सूर्य कुमार शुक्ला, अरुण कुमार और आरआर‍ भटनागर के नाम भी नए डीजीपी के लिए चल रहे हैं।

मौजूदा डीजीपी जावीद अहमद को सपा मुखिया मुलायम सिंह करीबी माना जाता है और मुलायम सिंह ने ही उन्हें अखिलेश यादव से कहकर यूपी का डीजीपी बनाया था। एक जनवरी 2016 को यूपी के डीजीपी का कार्यभार संभालने वाले जावीद अहमद के नियुक्ति को लेकर वरिष्ठता के क्रम में कई सवाल खड़े हुए थे। माना जा रहा था कि उनको डीजीपी बनाते समय अखिलेश सरकार ने कई वरिष्ठ अधिकारियों की अनदेखी की थी। उस समय 1979 बैच के आईपीएस रंजन द्विवेदी का नाम सबसे ऊपर था। उसके अलावा 1980 बैच के सुलखान सिंह, विजय सिंह और दूसरे कई लोगों के नाम थे। अगर रजनीकांत मिश्रा यूपी के डीजीपी बनते हैं जावीद अहमद की तरह उनका भी संबंध बिहार से है। वह बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले हैं।

More Posts

मोटे अनाज की MSP पर खरीद के लिए यूपी में रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है, जानिए क्या है इसका तरीका?  

उत्तर प्रदेश सरकार ने मोटे अनाजों की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। जो किसान भाई बहन मिलेट्स(श्री...

यूपी में दस कीटनाशकों के इस्तेमाल पर लगाई रोक; कहीं आप भी तो नहीं करते हैं इनका इस्तेमाल

बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने...

मलेशिया में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में किसानों की भागीदारी का क्या मायने हैं?  

प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘गोपियो’ (ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पीपल ऑफ़ इंडियन ओरिजिन) के मंच पर जहाँ देश के आर्थिक विकास...