झारखंड वैश्विक निवेशक सम्मेलन 2017 में कई बड़े उद्योगपतियों ने हजारों करोड़ रुपए के निवेश का मुख्यमंत्री रघुबर दास से किया वादा
Sanjay Srivastava 16 Feb 2017 5:58 PM GMT
रांची (आईएएनएस)। झारखंड में पहली बार वैश्विक निवेशक सम्मेलन 2017 गुरुवार से शुरू हो गया है।निवेशक सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि ‘मोमेंटम झारखंड वैश्विक निवेशक सम्मेलन'-2017 राज्य के लोगों को कई अवसर देने के साथ ‘उनकी आकांक्षाओं को पंख देगा'। दो दिन चलने वाला इस सम्मेलन में करीब 6,200 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री रघुबर दास के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा, "झारखंड के लोगों का कौशल और दृढ़ इच्छाशक्ति और राज्य सरकार के सक्रिय प्रयास से बेतहाशा विकास हो रहा है।"
लोगों की आकांक्षाओं को पंख देगा झारखंड सम्मेलन : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि ‘मोमेंटम झारखंड वैश्विक निवेशक सम्मेलन'-2017 राज्य के लोगों को कई अवसर देने के साथ ‘उनकी आकांक्षाओं को पंख देगा'।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ झारखंड वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए मेरी शुभकामनाएं हैं, उम्मीद है कि इस शिखर सम्मेलन में किए गए विचार-विमर्श से लाभदायक फल प्राप्त हों जो झारखंड की वृद्धि में सहायता कर सके।''
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों के कौशल और प्रतिबद्धता एवं राज्य सरकार के सक्रिय कदमों से राज्य में रिकॉर्ड विकास आ रहा है। मोदी ने कहा, ‘‘ सम्मेलन में आने वाले निवेश से राज्य के लोगों के लिए कई अवसर सृजित होंगे और उनकी आकांक्षाओं को नए पंख मिलेंगे।''
जेएसपीएल झारखंड 20,000 करोड़ रुपए निवेश करेगी : जिंदल
जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन नवीन जिंदल ने आज कहा कि जेएसपीएल झारखंड में अगले कुछ वर्षों में 20,000 करोड़ रुपए निवेश करेगी जो उसके मौजूदा 3,000 करोड़ रुपए के निवेश से अलग होगा। सम्मेलन में यहां जिंदल ने कहा, ‘‘हम अपने पतरातू स्थित इस्पात संयंत्र की मौजूदा सालाना 16 लाख टन की क्षमता को 60 लाख टन करेंगे।'' उन्होंने कहा कि जेएसपीएल ने अभी राज्य में 3,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है. वह इसके अलावा अगले कुछ वर्षों में 20,000 करोड़ रुपए और राज्य में निवेश करेगा।
उद्योगपति से झारखंड में निवेश करें : रतन टाटा
जमशेदपुर में अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए टाटा समूह के संरक्षक रतन टाटा ने आज कहा कि झारखंड में व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने घरेलू और वैश्विक कंपनियों से इन निवेश अवसरों का लाभ उठाने को कहा है। टाटा ने अपने करियर की शुरआत टाटा स्टील जमशेदपुर में की थी। सम्मेलन को संबोधित करते हुए टाटा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और उनकी सरकार के तहत भारत खुद को नए भारत के रूप में पेश करने को तैयार है।''
उन्होंने कहा कि देश यदि औद्योगिकीकरण के लिए सिर्फ परंपरागत क्षेत्रों पर ही ध्यान देता रहा तो ऐसे वह आगे नहीं बढ पाएगा। ऐसे में इसका दायरा बढ़ाने तथा औद्योगिकीकरण का विस्तार अन्य क्षेत्रों पर भी करने की जरुरत है।
भारत ऐसा एक स्थान है, यह खनिज संपदा संपन्न है और इसमें प्राकृतिक सौंदर्य और विकास का रोमांच काफी अधिक है, मुझे लगता है कि भारत और भारत के बाहर के लोगों को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए।रतन टाटा संरक्षक टाटा समूह
झारखंड में निवेश करने के लाभ का जिक्र करते हुए टाटा ने कहा कि राज्य सरकार आगे बढ़ने को काफी इच्छुक है और वह खुद को ऐसे राज्यों में खड़े पाता है जो कि नए भारत की नई गति का फायदा ले रहे हैं।
एस्सार रांची में बीपीओ स्थापित करेगा : रइया
एस्सार समूह के चेयरमैन शशि रइया ने आज कहा कि एस्सार यहां 2,000 कर्मचारियों की सीट वाले कालसेंटर की स्थापना की योजना तैयार कर रही है. इसके अलावा उनके समूह को झारखंड के तोरी में प्रस्तावित 1200 मेगावाट क्षमता के ताप विद्युत संयंत्र के लिए कोयला आपूर्ति स्रोत का अवंटन किए जाने की उम्मीद है।
एस्सार के आउटसोर्सिंग कारोबार एजिस ने जमशेदपुर में 2,500 लोगों के बैठने की क्षमता वाली बीपीओ सुविधा की स्थापना की है।
मोमेंटम झारखंड वैश्विक निवेशक सम्मेलन में रइया ने कहा, ‘‘मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हम ऐसी की एक सुविधा यहां रांची में स्थापित करने की योजना बना रहे हैं. इसकी क्षमता 2000 लोगों के बैठने की होगी। इसमें बैठने की क्षमता से आशय कॉल सेंटर में आउटसोर्सिंग का काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या से है। उन्होंने कहा कि एस्सार राज्य में 10,000 करोड़ रुपए का निवेश कर एक 1200 मेगावाट क्षमता का तापीय विद्युत संयंत्र लगाने को प्रतिबद्ध है। इसके अलावा 100 करोड़ रुपए के अनुमानित व्यय से तोसकिउद उत्तरी कोयला खान को विकसित करने की भी उसकी योजना है।
वेदांता झारखंड में एक अरब डॉलर निवेश करेगी : अग्रवाल
झारखंड में अपनी मौजूदगी मजबूत करने के उद्देश्य से खनन क्षेत्र की कंपनी वेदांता के प्रमुख अनिल अग्रवाल ने कहा कि राज्य के लिए उनकी ‘बड़ी योजनाएं' हैं लेकिन वह शुरुआत एक अरब डॉलर के निवेश से करेगी जिसमें 10 लाख टन की क्षमता वाला एक इस्पात संयंत्र स्थापित करना शामिल है।
झारखंड को ‘विश्व के ताज में एक हीरा' बताते हुए वेदांता रिसोर्सेज समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि राज्य में ‘अपार संभावनाएं हैं' और वेदांता की इसके लिए कई बड़ी योजनाएं हैं। साक्षात्कार में अग्रवाल ने कहा, ‘‘राज्य में बहुत क्षमता है, झारखंड भारत में ऑस्ट्रेलिया की तरह है जहां ढेर सारे प्राकृतिक संसाधन हैं. हमारी बड़ी योजनाएं हैं लेकिन हम मध्यम या लघु आकार की परियोजनाओं से शुरू करेंगे। हमारी योजना दस लाख टन का इस्पात संयंत्र स्थापित करने की है।''
उन्होंने कहा कि वेदांता की झारखंड में ‘अरबों डॉलर' का निवेश करने की योजना है। एक बार हम शुरू कर लें और चीजें सामान्य हो जाएं, हम अपनी क्षमताओं को बढ़ाएंगे। हमने जगहों की पहचान की है, हमारे पास कुछ लौह अयस्क संग्रहण क्षेत्र भी हैं जिनका दोहन और विकास किया जाना अच्छा रहेगा। यह अभी सिर्फ पहला कदम है।
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