कहीं दहेज का लेनदेन फंसा तो कहीं खरीदारी में हो रही हैं दिक्कत

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कहीं दहेज का लेनदेन फंसा तो कहीं खरीदारी में हो रही हैं दिक्कतफोटो: मो. लईक

रिपोर्टर- सुप्रिया श्रीवास्तव

लखनऊ। लड़के की स्कार्पियो से लेकर पंडित की दक्षिणा, शादी के कार्ड से लेकर बर्तन की खरीददारी तक सभी पर सरकारी फरमान का असर पड़ने लगा है। शादियों का मौसम और खरीददारियों का दौर चल रहा है। इसी बीच केन्द्र सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के नोटों को बन्द होने पर ऐसे परिवार ज्यादा प्रभावित हुए है, जिनके घर में शादी के कुछ ही दिन बचे है। ऐसे में लोग समझ नही पा रहे है कि आखिर शादी निपटेगी कैसे?

शादी के चंद दिन बचे है। कार्ड छप चुके है लेकिन दुकान से उठाने में दिक्कत आ रही है। ऐसा कहना है त्रिवेणी नगर निवासी सतीश कुमार शुक्ला (56 वर्ष) का, जिनके बेटे की शादी इसी महीने की 18 को तारीख को है। वह बताते है कि शादी की तारीख नजदीक है और लोगों को कार्ड तक नही दिया जा सका है। कार्ड छपे रखे है लेकिन दुकानदार उठाने नही दे रहा। 500 और 1000 के नोटों के बंद होने से वह पेमेंट नही ले रहा। जिसके बाद बहुत मिन्नतें करने पर दाम से अधिक रूपयों का भुगतान करके कार्ड लिया गया। जब 100रू के नोट हो जाएंगें तब उसे पैसे देकर भुगतान किए गए अधिक रूपये वापस लेंगे। यह दिक्कत अकेले एक परिवार की नही है।

फोटो: मो. लईक

अगले हफ़्ते इंदिरा नगर निवासी सरोज श्रीवास्तव 52 की बेटी की शादी है। वह कहती है कि मोटी मोटी खरीददारी तो पहले हो चुकी थी लेकिन आखिरी समय पर जो बर्तन, राशन-मसाले, लेन-देन की तैयारी जैसे कई और काम होते है, वह बचे है। जिनके लिए दिक्कत हो रही है। एटीएम भी दो दिन के लिए बंद है। जिससे इतना कैश 100 रू के रूप में घर पर नही है, जिससे सामानों की खरीददारी के लिए भुगतान किया जा सके। ऐसे में कुछ जानने वाले दुकानदारों से बात की है, जो शादी को देखते हुए उधार पर सामान देने को राजी हो गए है। जैसे ही पैसे बैंक से निकल जाएंगें, तब उनका पूरा भुगतान कर सकेंगे। क्योकिं कई दुकानों पर डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड से भुगतान की सुविधा नही होती है।

राजाजीपुरम् की अर्चना त्रिपाठी जिनके बेटे की शादी होने वाली है। वह कहती है कि अचानक से आए इस फैसले से दोनों पर प्रभावित हुए है। शादी की तैयारी जोरों पर है। तैयारी को लेकर आपसी बातचीत में लड़की वाले खुद को शर्मींदा महसूस कर रहे है। इतने कम दिनों में जैसा सोचा गया था वैसी तैयारी कैसे हो पाएगी। शादियों में ज्यादातर पैमेंट कैश में ही करना होता है। जिससे इतनी बड़ी रकम को बैंक से भी एक साथ निकालने में दिक्कत आएगी। एटीएम पर भी लम्बी कतार लग रही है। एक साथ उससे भी पैसे निकालना दिक्कत तलब है।

वही बहन के दहेज के लिए रकम जोड़ से राम सरन काल्पनिक नाम का कहना है कि शादी के समय दस लाख रूपये दहेज के तौर पर लड़के वालो को देना था। लेकिन 500 और 1000 के नोटों पर प्रतिबंध लगने से इतनी बड़ी रकम को शादी के दिन देना संभव नही हो पाएगा। इस पर वर पक्ष से बात हुई है। वह शादी के बाद दहेज की रकम लेने के लिए तैयार हो गए है।

इस तरह के प्रतिबंध से कालेधन और भ्रष्टाचार पर नकेल कसेगी। लेकिन कुछ घरों के लिए अचानक आए इस फैसले से परेशानी जरूर खड़ी हो गई है। ऐसे में जिनके घर में शादी है, उनकी खरीददारी और तैयारी जहां प्रभावित हुई है, वहीं जो अतिथि शादियों में आमंत्रित है, उनके मन में भी व्यवहार देने को लेकर कशमकश है।

     

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