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भारत-नेपाल बॉर्डर पर संघर्ष, नेपाल सीमा की ओर से हो रहा पथराव, हमारे कई जवान घायल

indo-nepal border

लखीमपुर खीरी। यूपी के लखीमपुर खीरी में शुक्रवार को एक बार फिर इंडो-नेपाल बॉर्डर पर नेपालियों ने पुलिया निर्माण को लेकर जमकर पथराव किया है। इसमें नेपाली नागरिकों ने भारत पर विस्तारवाद का आरोप लगा कर नारेबाजी कर रहे हैं। प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दोनों देशों के सीमा पर आवाजाही बंद कर दी है। इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। एसएसबी फोर्स सीमा पर पहुंच गई है। वहीं, मुख्यालय से डीएम और एसपी भी नेपाल बॉर्डर रवाना हो चुके हैं। बता दें कि गुरुवार को ये बवाल शुरू हुआ था, जो आज भी भड़का है।

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इंडो-नेपाल सीमा पर बसही चेक पोस्ट के पास गुरुवार को विवादित जमीन पर पुल निर्माण को लेकर भारतीय सुरक्षा बल और नेपाली टीमों के बीच आपस में झड़प हुईं। देखते ही देखते पथराव शुरू हुआ। वहीं बॉर्डर पर एसएसबी और नेपाली बलों में टकराव के बाद हालात का जायजा लेने पहुंचे लखीमपुर खीरी के डीएम और एसपी पर भी नेपाली भीड़ ने जमकर पत्‍थरबाजी की गई। नेपाल की तरफ से हुए पत्थरबाजी में बाल-बाल बचे दोनों अफसर। वहीं जवाबी कारवाई में एसएसबी ने भीड़ पर आंसू गैस के गोल दागे।

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इसके बाद से सीमा पर तनाव और बढ़ा दिया। दोनों देशों के सीमा पर आवाजाही सुबह से ही बंद कर दी गई है। संघर्ष में एसएसबी के 6 जवान घायल हो गए थे। बॉर्डर पर संघर्ष की सूचना मिलते ही एसएसबी की मदद में लखीमपुर जिले की थाना सम्पूर्णानगर पुलिस भी पहुंची गई। प्रशासन ने तुरंत ही एसडीएम पलिया शादाब असलह को भी मौके पर भेजा गया। उधर, नेपाल टीम की मदद में वहां की पुलिस और नेपाल प्रहरी दल भी मौके पर आ गए। रुक-रुककर दोनों ओर से फायरिंग होती रही। लखीमपुर प्रशासन ने हालात तनावपूर्ण देख कई और थानों की फोर्स बसही बार्डर पर भेज दिया था।

क्या है विवाद

बसही चेक पोस्‍ट के पास भारत और नेपाल की सरहद तय करने वाला पिलर नंबर 199 गायब है। इस वजह से वह जमीन विवादित हो गई है। दोनों देश जमीन को अपना बता रहे हैं। बाढ़ प्रभावित इलाका होने के कारण यहां हर साल पानी भरता है और अवाजाही बंद हो जाती है। नेपाल इस इलाके में पुल बनाना चाहता है। एक माह पहले भी इसे लेकर दोनों देशों के लोग आमने-सामने आ चुके हैं।

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