गर्मियों में लोगों की परेशानी बढ़ाएगा पानी
गाँव कनेक्शन 3 March 2017 10:42 AM GMT

एटा। पेयजल संकट से जूझते शहर को पालिका महज 94 लाख लीटर पानी ही मुहैया करा पा रही है, जबकि शहर को डेढ़ करोड़ लीटर पानी की जरूरत है। इसके साथ ही शहर की पेयजल व्यवस्था केवल 11 नलकूपों और छह ओवरहेड टैंकों पर टिकी है। ऐसे में गर्मियों में लोगों को पेयजल संकट सताएगा।
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11 नलकूपों और ओवरहेड टैंक के जरिए शहर में पानी की सप्लाई की जा रही है। ताकि लोगों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा सके। खराब पड़े नलकूपों की मरम्मत के लिए कई बार प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। साथ ही पालिका अपनी ओर से इस दिशा में काम कर रही है।सोवरन सिंह यादव, जलकल प्रभारी, एटा
नगर पालिका की पेयजल परियोजनाएं संसाधनों के अभाव में बदहाल हो रही हैं। शहर में लगे 31 नलकूपों में से 11 ही काम कर रहे हैं। जबकि 10 नलकूप पाइपलाइनों की मरम्मत के चलते खराब पड़े हैं और शेष नलकूप पूरी तरह से बेकार हो चुके हैं। आलम यह है कि शहर में पालिका द्वारा प्रतिदिन दो बार पानी का आपूर्ति की जाती है, लेकिन पाइपलाइनों में खराबी के चलते लोगों को दूषित पेयजल इस्तेमाल करना पड़ता है।
वर्ष 2011 में जलनिगम ने शहर में नई पाइपलाइन बिछाई थी, लेकिन पाइपलाइन को पूरी तरह से नलकूपों से इंटरकनेक्ट नहीं किया जा सका। पालिका को शासन की ओर से बजट न मिलने से पेयजल परियोजना अधर में लटकी रही। सबसे ज्यादा खराब हालात मारहरा, दरवाजा और किदवई नगर क्षेत्र में है। यहां लोगों को पूरे प्रेशर से पानी नहीं मिलता। अगर आ भी जाए तो पानी ऊपर की मंजिलों में नहीं पहुंच पाता। ऐसे में शहर में विभिन्न स्थानों पर पानी भरने को कतारें नजर आती है।
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