लखनऊ। एनकाउंटर में मारे गए संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला के पिता सरताज ने बेटे का शव लेने से मना कर दिया है। बेटे की इस करतूत से पिता काफी दुखी हैं।
मंगलवार को ठाकुरगंज में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा एजेंसियां सैफुल्ला को जिंदा पकड़ना चाहती थीं लेकिन उसने सरेंडर नहीं किया। इसके लिए मिर्ची बम का इस्तेमाल भी किया गया। सैफुल्ला के शव के पास से आईएसआईएस का झंडाख् रेलवे का टाइम टेबल, पिस्तौल और गोलियां बरामद हुई थीं।
परिवार के मुताबिक-सैफुल्ला सऊदी अरब का वीजा लेने के लिए मुंबई गया हुआ था। करीब 2 या ढाई महीने से परिवार से कोई बात नहीं हुई थी। सैफुल्ला बी कॉम करने के बाद अकाउंटेंट का काम कर रहा था। सैफुल्ला के पिता सरताज जाजमऊ में सुपरवाइजर हैं और जाजमऊ की एक कॉलोनी मनोहर नगर बस्ती में रहते हैं।
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एएनआई से बातचीत में सैफुल्ला के रिश्तेदार ने कहा कि हर कोई स्तब्ध है कि वह ऐसा करेगा। वह पांच टाइम की नमाज पढ़ता था। किसी ने उससे यह उम्मीद नहीं की थी। वहीं सैफुल्ला के पिता ने कहा कि यह देश के हित में नहीं है। मैं देशद्रोही का शव नहीं ले सकता। जो देश का नहीं हो सकता वो मेरा क्या होगा। मैंने दो ढाई महीने पहले काम न करने को लेकर उसे मारा था। उसने पिछले सोमवार मुझे फोन किया कि वह सऊदी जा रहा है।
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