उन्नाव। आम आदमी की अंतिम यात्रा को सम्माजनक रूप दिया जा सके ऐसी सोच कम लोग ही रखते हैं। अंतिम यात्रा को सम्मानजनक बनाने के लिए समाजसेवी अखिलेश अवस्थी ने एक विशेष पहल करते हुए अनंत यात्रा रथ का निर्माण कराया है।
रथ में पार्थिव शरीर को रखने के साथ ही प्रियजनों के बैठने की व्यवस्था की गई है। रथ की सबसे खास बात यह है कि यह सभी के लिए निशुल्क उपलब्ध रहेगा। रथ का निर्माण कराने वाले अखिलेश अवस्थी इससे पूर्व सडक़ हादसों में घायल होने वाले जानवरों का नि:शुल्क इलाज हो सके इसके लिए वह एक हनुमंत जीव आश्रय नाम की संस्था भी चला रहे हैं।
अनंत यात्रा रथ का निर्माण कराने वाले अखिलेश अवस्थी ने कहा कि जब उनकी 87 वर्षीय माता सावित्री देवी अवस्थी का निधन एक जनवरी 2016 को हो गया था तो उनके मन में था कि अंतिम विदाई गाजे बाजे के साथ अच्छे वाहन में ले जाकर की जाए। मगर उन्हें एक टूटा डीसीएम ही मिल पाया। तब से उनके मन में यह भाव जागृत हुए और उन्होंने संकल्प लिया कि अंतिम यात्रा के लिए वाहन की व्यवस्था की जाए, जिससे गरीब व आमजन के परिवार को वाहन उपलब्ध हो सके।
समाज में विभिन्न लोगों के सहयोग से अनन्त यात्रा रथ का निर्माण कराया गया है। जो अभी शहर में ही अपनी सुविधा देगा। उन्हे गंगाघाट, बक्सर घाट या फिर अन्य घाटों तक ले जाने की व्यवस्था करेगा। उन्होंने बताया कि रथ बनवाने में सहयोग करने वाले प्रमुख लोगों में गुड्डू मिश्रा शामिल हैं, जिन्होंने एक वाहन उपलब्ध कराया। गुड्डू मिश्रा द्वारा उपलब्ध कराए गए वाहन को ही अनंत यात्रा रथ में तब्दील किया गया।
इसके साथ ही राकेश दीक्षित, छेदा पान भंडार, विजय पाल यादव, अजीत पाल सिंह, एचडी भारद्वाज, शैलू चौरसिया, राजू चिलौला, अभिषेक श्रीवास्तव शंकर, सुशील यादव, राम तनेजा, राजू अवस्थी, हरीश चोपड़ा, प्रशान्त शुक्ला, गोलू सिंह चन्देल, आदि ने रथ के निर्माण में मदद की। उन्होंने कहा कि जिले भर की अंतिम यात्रा के लिए और वाहन बनाने पड़ सकते है। राम तनेजा, अजीत पाल सिंह, सुशील यादव आदि ने कहा कि एक वाहन से काम नहीं चलेगा और वाहन बनवाने पड़ेंगे। जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा।