हिन्दु युवा वाहिनी से अलग हो जाएंगे आदित्यनाथ नाथ योगी

Ashwani NigamAshwani Nigam   23 March 2017 5:42 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
हिन्दु युवा वाहिनी से अलग हो जाएंगे आदित्यनाथ नाथ योगीगांव कनेक्शन।

लखनऊ। अपनी स्थापना की 15वें साल पूरी करने जा रही हिन्दु युवा वाहिनी के लिए आने वाला चैत्र नवरात्रि इस बार बहुत सारी खुशियां लेकर आया है। एक तरफ जहां इस संगठन के संस्थापक और संरक्षण आदित्यनाथ योगी प्रदेश की सबसे बड़ी कुर्सी मुख्यमंत्री पर विराजमान हो चुके हैं वहीं इस संगठन का विस्तार राज्य के सभी जिलों में हो चुका है।

डेढ़ दशक पुराने इस संगठन का कई विवादों से नाता रहा है। ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के सामने इस संगठन के मुख्य संरक्षक पद से हटने का दबाव है। इस बारे में हिन्दु युवा वाहिनी संयोजक प्रमोद मल्ल कहते हैं '' हम एक गैर राजनीतिक संगठन हैं जिसका काम गैर सरकारी और विशुद्ध रूप से सांस्कृतिक है। योगी जी ने इस संगठन की स्थापना की थी। उनकी देखरेख में यह संगठन आगे बढ़ा है। इस संगठन को लेकर अंतिम निर्णय उनका करना है। ''

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

हिन्दु युवा वाहिनी भले ही अपने का सांस्कृतिक संगठन कहता है लेकिन इसका विवादों से गहरा नाता है। ऐसे में माना जा रहा है कि इसके मुखिया जब अभी राज्य के मुख्यमंत्री बन चुके हैं तो इस संगठन में बदलाव किए जाएंगे। इस बारे में गोरखपुर के वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह ने कहा '' हिन्दु युवा वाहिनी योगी आदित्यनाथ की देखरेख में चलने वाला बीजेपी और आरएसएस के समानांतर एक संगठन है। पूर्वांचल के गांव-गांव में इस संगठन की शाखाएं हैं। इस संगठन की बदौलत ही आदित्यनाथ योगी बीजेपी के नेताओं को समय-समय पर आंखे भी दिखाते रहे हैं। लेकिन मुख्मयंत्री बनने के बाद वह संवैधानिक पद पर आसीन हो गए हैं। ऐसे में हो सकता है कि वह खुद इस संगठन के मुख्य संरक्षक का पद छोड़ दें। ''

उन्होंने कहा कि दिखावे के तौर पर भले ही वह इस संगठन से अलग हो जाएं लेकिन उन्हीं की देखरेख में यह संगठन चलेगा। हिन्दु युवा वाहिनी को करीबी से जानने वाले कहते हैं कि आदित्यनाथ योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद इस संगठन में रणनीतिक बदलाव होंगे। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ भी नहीं चाहता है कि उसके समकक्ष कोई समानांतर संगठन चले। ऐसे में हिन्दु युवा वाहिनी अपने कामों में बदलाव ला सकता है। इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत और अपने नेता हिन्दु युवा वाहिनी के मुख्य संरक्षक योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने हिन्दु युवा वाहिनी अपने काम में एजेंडे में बदलाव भी कर सकती है।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

            

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.