कंसास हमले से व्हाइट हाउस चिंतित कहा, अपनी पसंद के धर्म का स्वतंत्रता से पालन करने से डरने नहीं  

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   28 Feb 2017 11:25 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
कंसास हमले से व्हाइट हाउस चिंतित कहा, अपनी पसंद के धर्म का स्वतंत्रता से पालन करने से डरने नहीं  व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर।

वाशिंगटन (भाषा)। व्हाइट हाउस ने कहा है कि कंसास से मिल रही प्रारंभिक खबरें ‘चिंता पैदा करने वाली' हैं, जहां स्पष्ट रूप से घृणा अपराध के मामले में एक भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुंचूभोटला की गोली मारकर हत्या कर दी गई और एक व्यक्ति आलोक मदसनी घायल हो गया। व्हाइट हाउस ने अमेरिका में यहूदी समुदाय के खिलाफ कथित घृणा अपराधों की भी निंदा की है।

दैनिक संवाददाता सम्मेलन में व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने कहा, ‘‘कंसास से मिल रही प्रारंभिक खबरें चिंता पैदा करने वाली हैं।''

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

अमेरिकी पूर्व नौसैन्य कर्मी एडम पुरिंटन (51वर्ष) ने श्रीनिवास कुचिभोटला (32 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी और आलोक मदसानी (32 वर्ष) को घायल कर दिया। एडम ने नस्लीय टिप्पणी करते हुए उन्हें कहा ‘‘मेरे देश से बाहर निकल जाओ।'' कंसास के ओलाथे में ऑस्टिन्स बार एंड ग्रिल में हुई गोलीबारी की इस घटना में 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलोट (24 वर्ष) ने बीच बचाव करने की कोशिश की और वह भी इस दौरान घायल हो गया।

स्पाइसर ने यहूदी समुदाय के खिलाफ कथित घृणा अपराधों की भी निंदा की और कहा कि धर्म एवं नस्ल के आधार पर हिंसा का कोई स्थान नहीं है। स्पाइसर ने कहा, ‘‘हमारे देश की स्थापना के समय से ही हम हमारे नागरिकों के प्रार्थना करने की स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करने के प्रति समर्पित है। किसी को अपनी पसंद के धर्म का स्वतंत्रता से एवं खुलकर पालन करने से डरना नहीं चाहिए। राष्ट्रपति हमारे देश के इस मूल सिद्धांत की रक्षा के प्रति समर्पित हैं।''

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा, ‘‘मैं कानूनी एजेंसियों के कहने से पहले कुछ नहीं कहना चाहता लेकिन मुझसे कंसास में हुई गोलीबारी के बारे में पूछा गया। हालांकि घटनाक्रम के बारे में पूरी जानकारी अभी धीरे-धीरे मिल रही है लेकिन कंसास से मिली शुरुआती खबरें भी उतना ही परेशान करने वाली हैं।''

संघीय जांच ब्यूरो स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर इस घटना की जांच कर रहा है। इस घटना ने पूरे भारतीय अमेरिकी समुदाय और अमेरिका में पढ़ रहे या काम कर रहे सैकड़ों भारतीयों को स्तब्ध कर दिया है। स्पाइसर ने कहा कि ट्रंप यहूदी कब्रिस्तानों पर तोड़फोड़ की खबरों से भी चिंतित एवं निराश हैं।

           

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.