तेलंगाना बोर्ड के रिज़ल्ट में बड़ी खामियां, 20 बच्चों ने की आत्महत्या

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तेलंगाना बोर्ड के रिज़ल्ट में बड़ी खामियां, 20 बच्चों ने की आत्महत्या

लखनऊ। तेलंगाना बोर्ड के रिज़ल्ट में बड़ी लापरवाही की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। न्यूज़ 18 के मुताबिक, रिज़ल्ट आने के बाद 20 बच्चे आत्महत्या कर चुके हैं। तेलंगाना बोर्ड के जारी हुए रिज़ल्ट में लगभग तीन लाख बच्चे फेल हुए हैं। कई ऐसे बच्चे हैं जिनका ग्यारहवीं में परिणाम बेहतरीन रहा था लेकिन बारहवीं में वो फेल हो गए। इस कारण से रिज़ल्ट में गड़बड़ी होने के कयास लगाए जा रहे हैं।

लगातार आ रही बच्चों की आत्महत्या की खबरों के बाद मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने गुरुवार 25 अप्रैल को आपातकालीन बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बिना कोई फीस के फेल हुए बच्चों के परीक्षा परिणाम की दोबारा जांच करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री राव ने बिना एक साल के नुकसान की गुंजाइश के एडवांस पूरक परीक्षा (सप्लीमेंट्री एक्ज़ाम) कराने के भी निर्देश दिए हैं।

एक हफ्ते पहले 18 अप्रैल को तेलंगाना बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एज्यूकेशन (TSBIE) ने परीक्षा परिणाम घोषित किए थे। इस साल कुल नौ लाख 74 हज़ार बच्चों ने बोर्ड परीक्षाएं दी थी। जारी हुए परिणामों में से 3 लाख 28 हज़ार बच्चे अनुत्तीर्ण रहे। जिसके बाद से बच्चों और अभिभावकों के अलग-अलग समूहों द्वारा विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इनकी मांग थी कि अंकों की दोबारा जांच और पुनर्मुल्यांकन के लिए ली जाने वाली फीस जो कि 600 रुपए प्रति विषय है, न ली जाए।

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न्यूज़ 18 के मुताबिक, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने बच्चों की आत्महत्या पर दुख और संवेदना जताते हुए कहा, "बारहवीं की परीक्षा पूरी ज़िन्दगी नहीं है। परीक्षा में फेल होने का ये अर्थ नहीं कि आप ज़िन्दगी में फेल हो गए हैं। ज़िन्दगी महत्वपूर्ण है।"

राज्य सरकार ने इस साल परीक्षा के नामंकन और परिणामों के लिए एक निजी फर्म ग्लोबरेना टेक्नलॉजीज़ से अनुबंध किया था। इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों और उनके माता-पिता का कहना है कि फर्म ने हज़ारों बच्चों को फेल किया और कई बच्चों को परीक्षा में अनुपस्थित दिखाया है।

नारायण कॉलेज में पढ़ने वाले एक बच्चे जी. नगेंद्र ने गणित में फेल होने की वजह से फांसी लगा ली। उसके पिता जी. विवेकानंदा का कहना है कि वो पढ़ाई में बहुत अच्छा था। वो कहते हैं-

"हम विश्वास नहीं कर सकते कि वो गणित में फेल हो सकता है। परीक्षा परिणाम जानकर उसने खाना खाना बंद कर दिया था पर हमने कभी नहीं सोचा था कि वो अपनी जान ले लेगा।"

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जी. नव्या नाम की एक बच्ची को बारहवीं की परीक्षा में तेलगू विषय में ज़ीरो अंक आए थे। जब उसने दोबारा अंकों की जांच कराई तो उसके अंक 99 आए। इसके बाद लोगों को विश्वास हो गया कि परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी हुई है।

राज्य सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। तेलंगाना के शिक्षा मंत्री जी. जगदीश रेड्डी का कहना है कि वो कमेटी की रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "अगर कोई गलती हुई है तो दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"

वहीं, ग्लोबरेना के सीईओ वी. एस. एन. राजू का कहना है कि उनकी फर्म से कोई गलती नहीं हुई है। कुछ छोटी-मोटी गलतियां हो सकती हैं लेकिन जैसा उन पर आरोप लगाया जा रहा है वैसी कोई बड़ी गलती उन्होंने नहीं की है।

    

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