एक विशेष मुहिम के लिए साइकिल से नाप रहे हैं विदेश की दूरी

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
एक विशेष मुहिम के लिए साइकिल से नाप रहे हैं विदेश की दूरीप्रतीकात्मक तस्वीर

सिंगापुर (भाषा)। एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता ने महात्मा गांधी का संदेश स्कूली बच्चों तक पहुंचाने के लिए पेडलिंग फॉर पीस कार्यक्रम शुरू किया है जिसके तहत वह तीन साल तक साइकिल से यात्रा करके यह अभियान चलाएंगे।

दनयानेश्वर येवात्कर ने बताया कि उन्होंने अपने वैश्विक साइकिलिंग अभियान के 70,000 किलोमीटर की यात्रा में से 8,642 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर ली है। उनका यह अभियान पाकिस्तान में साल 2019 में दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर समाप्त होगा। येवात्कर के पास इतिहास विषय में स्नातक की डिग्री है।

ये भी पढ़ें: वाह ! 29 साल की उम्र में हजारों एड्स पीड़ित परिवारों का सहारा बन युवक ने कायम की मिसाल

जिन लोगों से मिला हूं सभी ने गर्मजोशी से स्वागत किया

उन्होंने बताया, ‘मैंने पिछले आठ महीने में भारत-चीन और आसियान की यात्रा की है और अच्छे इंसानों से मिला हूं जिन्होंने बड़ी गर्मजोशी से मेरा सत्कार किया और मुझे महात्मा गांधी के बारे में अपने विचारों और जानकारियों का साझा करने का मौका दिया।’ थाईलैंड और मलेशिया के गुरुद्वारे में भी येवात्कर का स्वागत किया गया था। उन्होंने बताया कि अकेले साइकिल से यात्रा करने में कई चुनौतियां हैं लेकिन ऐसे कई क्षण आए जब शिक्षकों ने मुझे स्कूलों और अपने घरों में ठहरने का मौका दिया क्योंकि वह मेरे मिशन को समझते थे।

ये भी पढ़ें: अब बिना आधार के नहीं खुलवा पाएंगे बैंकों में खाता, यहां भी हो गया ज़रूरी

लोगों की भाषा समझने के लिए गूगल ट्रांसलेटर का प्रयोग

वह महाराष्ट्र के वर्धा के सेवाग्राम आश्रम के रहनेवाले हैं। यहीं से महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो अभियान शुरू किया था। येवात्कर एक दिन में औसतन 120 किलोमीटर की यात्रा करते हैं और पांच स्कूलों से बातचीत करते हैं। वह स्थानीय लोगों से बात करने के लिए गूगल ट्रांसलेट का उपयोग करते हैं।

उन्होंने बताया कि वह अगले सप्ताह सिंगापुर जाने की तैयारी कर रहे हैं और इसके बाद इंडोनेशिया, ताइवान, चीन, कोरिया और जापान की यात्रा करेंगे।

   

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.