सावधान : कहीं आप चाय की जगह तेजाब तो नहीं पी रहें
Karan Pal Singh 15 Dec 2017 5:48 PM GMT

मागर्म अदरक वाली चाय किसे पसंद नहीं होगी। करोड़ों लोगों की सुबह चाय से होती है। लेकिन जिस चाय को हम तरोताजा होने के लिए पीते हैं.. वो आपको बहुत नुकसान पहुंचा सकती है.. आप की चाय में तेजाब भी हो सकता है.. विश्व चाय दिवस पर जानिए ऐसा क्य
चाय हमारी रोजमर्रा जिंदगी का एक हिस्सा बन चुकी है। बिना चाय के पूरे दिन की हम कल्पना भी नहीं कर सकते। कुछ लोग चाय में पत्ती तेज पीते हैं तो कुछ लोग अधिक अदरक कूटकर चाय में डालकर पीते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी चाय में तेजाब मिला हो सकता है। ऐसा हम इसलिए लिख रहे हैं क्योंकि अदरक की तेजाब से धुलाई की जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, इससे अदरक के औषधीय गुण तो खत्म हो ही जाते हैं, लंबे समय तक सेवन करने बीमारियों की चपेट में आने का खतरा भी बना रहता है।
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बड़े-बड़े व्यापारी तेजाब से कर रहे हैं अदरक की धुलाई
पिछले दिनों दिल्ली में तेजाब से धोकर साफ की गईं अदरक देश के कई प्रदेशों में बिक रही है। एसडीएम मॉडल टाउन ने आजादपुर मंडी के सामने महेंद्रा पार्क व आदर्श नगर के पास ऐसे ही एक गोदाम में छापेमारी की। एसडीएम वीरेंद्र सिंह ने बताया, " गोदाम में कुछ अदरक व्यापारी उसे धोने के लिए तेज़ाब का इस्तेमाल कर रहे थे, मौके से कई गैलन तेजाब बरामद किया गया। इसके अलावा तेजाब से धुली कई बोरी अदरक भी जब्त की गई। अदरक व्यापारी दिल्ली से बाहर भी अदरक का व्यापार करते हैं।"
क्या कहते हैं इसके जानकार
तेजाब यानी एसिड्स अम्लीय पदार्थों को कहा जाता है। अम्लीय पदार्थ दागदार सतहों की सफाई के लिए कारगर माने जाते हैं। चाहे फर्श पर लगी टाइल्स हो या कमोड शीट या कार के शीशे या कांच के बने बर्तन, जिन पदार्थों को इन तमाम वस्तुओं की सफाई के लिए इस्तमाल में लाया जाता है वो अक्सर एसिड्स यानी तेजाब ही होते हैं। खाद्य पदार्थों पर एसिड्स की धुलाई कई मायानों में खतरनाक हो सकती है। एसिड्स के अलग-अलग प्रकार होते हैं और कौन सा एसिड इस्तमाल में लाया गया है ये बात तय करती है कि उस एसिड का नुकसान हमारे शरीर पर कितना होगा। सान्द्र सल्प्यूरिक एसिड, हाइड्रो क्लोरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड्स जैसे एसिड्स हमारे शरीर को जला तक सकते हैं जबकि अन्य कई एसिड्स हमें पेट के विकारों, दस्त और चक्कर आने जैसी समस्याओं से ग्रस्त कर सकते हैं। अदरक की धुलाई होने से अदरक साफ जरूर हो जाता है लेकिन एसिड के दुरासर को नकारा नहीं जा सकता।
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हो सकती है गंभीर बीमारी
गंगाराम हॉस्पिटल के गेस्ट्रोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉक्टर अनिल अरोड़ा बताते हैं, "अगर एक तय मात्रा में तेजाब मानव शरीर में जाए तो खतरे का कारण बन सकता है। क्योंकि कच्चे अदरक के साथ एसिड के अंश पेट में जा सकते हैं। हालांकि यह बॉडी में जाने वाले एसिड की मात्रा पर निर्भर करता है।"
डॉक्टर अरोड़ा आगे बताते हैं, "थोड़ी मात्रा में एसिड शरीर जाए तो ज्यादा चिंता की बात नहीं है। इसे बॉडी न्यूट्रलाइज कर लेती है क्योंकि, हमारे शरीर में भी एसिड होता है। अगर अधिक मात्रा में तेजाब शरीर में जाता है तो पेट संबंधी बीमारियां आपको जकड़ लेंगी। अगर लगातार अधिक मात्रा में तेजाब जा रहा है तो गंभीर बीमारी हो सकती है।" डॉक्टर अरोड़ा की यही सलाह है कि जितना हो सके कच्चे और साफ दिखने वाले अदरक से बचकर रहें।
सबसे पहले तो गैस्टाइटिस, अल्सर यहां तक कि कैंसर भी हो सकता है। अदरक एसिड से धुली है या नहीं इसकी पहचान उसे सूंघकर की जा सकती है। अदरक की वास्तविक खुशबू अलग होती है। अगर उसे एसिड से धोया जाएगा तो उसकी वास्तविक खुशबू चली जाएगी।डॅाक्टर रूपेन्द्र कुमार, फिजीशियन, लखनऊ
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अदरक सफेद और चमकदार दिखने के लिए तेजाब का किया जा रहा प्रयोग
बाजार में बिक रहा कच्चा अदरक सबसे खतरनाक है। धुलाई के बाद यह एकदम साफ और सफेदी लिए नजर आता है। ऐसे अदरक को खरीदने के बाद अच्छे से धो लेना चाहिए। जितना हो सके इसे इस्तेमाल से पहले खूब उबाल लें। यह अदरक पेट में एसिडिटी बढ़ने का कारण भी बन सकता है।
अदरक को अगर तेज़ाब से धुला जा रहा है तो अदरक के सारे गुण खत्म हो जाते हैं। तेज़ाब से धुली अदरक का प्रयोग जो भी करता है वो शरीर के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है। ऐसी अदरक पेट में घाव कर देती है।डॉ. केएन शुक्ला, फिजीशियन, लखनऊ
अगर आपको पेट दर्द, उल्टी, एनीमिया जैसी शिकायत हो तो तुरंत डॉक्टर से करें संपर्क
एम्स की डायटिशियन डॉ. अंजली भोला ने बताया, "पेट में एसिड के अंश जाने पर जलन होती है। इसमें अमोनिया, क्लोरीन जैसे तत्व होने के कारण यह लोगों में पेट दर्द, उल्टी, एनीमिया जैसी समस्याएं बढ़ा सकता है। यह आंत की कार्यक्षमता पर भी असर डालता है क्योंकि, इससे आंत में मौजूद म्यूकस मेमब्रॉन प्रभावित होता है।" डॉ. अंजली आगे बताती हैं, "अगर कुछ समय से आपको ऐसी समस्याएं हो रही हैं तो आप जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।"
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