छत्तीसगढ़ में सरकार ने करीब 12 लाख किसानों से 56.87 लाख टन धान खरीदा
Sanjay Srivastava 3 Feb 2018 2:40 PM GMT
रायपुर। छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2017-18 में 12.06 लाख किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 56.87 लाख टन धान की खरीदी की गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि इस वर्ष 126171 किसानों से 56.87 लाख टन धान की खरीदी की गई है। किसानों को कुल 8889.61 करोड़ रुपए का भुगतान डिजिटल मोड से उनके खाते में किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि लाभान्वित होने वाले किसानों में 9,39,505 किसान लघु और सीमांत श्रेणी के हैं। इनके द्वारा 4422 करोड़ 20 लाख रुपए का धान बेचा गया।
ये भी पढ़ें- किसानों की मदद करेंगे ड्रोन कैमरा , फसलों में रोग-कीट लगने से पहले मिलेगा अलर्ट , देखें वीडियो
उन्होंने बताया कि धान की खरीदी सहकारी समितियों के माध्यम से की जाती है, सहकारी समितियों को धान खरीदी कार्य के लिए कमीशन दिया जाता है। खरीफ विपणन वर्ष 2017-18 में सहकारी समितियों को लगभग 179 करोड़ रुपए कमीशन राशि प्रदान किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि उपार्जित धान के कस्टम मिलिंग से राज्य में पंजीकृत लगभग 1754 मिल लाभान्वित होंगे।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष उपार्जित 56 लाख 87 हजार टन धान से निर्मित होने वाले चावल में से लगभग 22 लाख टन चावल नागरिक आपूर्ति निगम में जमा किया जाएगा, इससे राज्य की खाद्य सुरक्षा के लिए आवश्यक चावल की पूर्ति की जाएगी। लगभग 16 लाख टन चावल भारतीय खाद्य निगम में जमा किया जाएगा जिसका देश के अन्य राज्यों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उपयोग हो सकेगा।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा 13.93 लाख टन अरवा चावल और भारतीय खाद्य निगम द्वारा पांच लाख 56 हजार टन उसना चावल का उपार्जन किया जा चुका है। राईस मिलरों द्वारा मिलिंग के लिए धान खरीदी केन्द्रों से 36.80 लाख टन धान का उठाव किया जा चुका है।
देश से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप
छत्तीसगढ़ में किसानों से समर्थन मूल्य पर 15 नवम्बर वर्ष 2017 से 31 जनवरी 2018 तक धान की खरीदी की गई। इस वर्ष कामन (मोटा) धान का समर्थन मूल्य 1550 रुपए, ग्रेड-ए (पतला) धान का समर्थन मूल्य 1590 रुपए प्रति क्विंटल नर्धिारित किया गया है।
फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।
More Stories