मोदी, आबे ने बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखी

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
मोदी, आबे ने बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखीमोदी, आबे ने बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखी

अहमदाबाद (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे ने गुरुवार को 1.08 लाख करोड़ रुपये (17 अरब डॉलर) की लागत वाली महत्वाकांक्षी अहमदाबाद-मुंबईउच्च गति रेल परियोजना की आधारशिला रखी। इस दौरान मोदी और आबे के अलावा रेल मंत्री पीयूष गोयल, रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी उपस्थित थे।

मोदी और आबे ने वड़ोदरा हाई स्पीड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की भी नींव रखी। इस परियोजना के 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस परियोजना में लगने वाले 1.08 करोड़ रुपये में से जापान 50 वर्षों तक 0.1 प्रतिशत के न्यूनतम ब्याज पर भारत को 88,000 करोड़ रुपये का ऋण देगा, जिसका पुनर्भुगतान 15 वर्षों के बाद शुरू होगा। ऋण की पहली किश्त के रूप में 6,000 करोड़ रुपये तत्काल जारी किए जाएंगे, जबकि शेष हिस्सा भूमि अधिग्रहण पूरा होने के बाद जारी किया जाएगा। इस परियोजना के लिए 825 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।

ये भी पढ़ें : हिंदी दिवस : हिंदी के बारे में कुछ ऐसी बातें जिन्हें जानकर आपको अच्छा लगेगा

इस परियोजना के तहत बारह स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं, जिनमें मुंबई, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आणंद, अहमदाबाद और साबरमती शामिल हैं। अगर ट्रेन चार स्टेशनों - अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और मुंबई में रुकती है तो अहमदाबाद और मुंबई के बीच की दूरी दो घंटे सात मिनट में पूरी होगी, जबकि ट्रेन अगर 12 स्टेशनों पर रुकती है तो इसमें दो घंटे 50 मिनट का समय लेगगा। रेल मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, बुलेट ट्रेन की संचालन गति 320 किमी प्रति घंटे और अधिकतम गति 350 किमी प्रति घंटे होगी।

इसके बाद, मोदी और आबे की गुजरात की राजधानी गांधीनगर में 12वें वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह सम्मेलन मोदी और आबे के बीच चौथा वार्षिक शिखर सम्मेलन होगा, जहां दोनों नेता दोनों देशों के बीच विशेष रणनीतिक और वैश्विक भागीदारी के ढांचे के तहत बहुमुखी सहयोग में प्रगति की समीक्षा करेंगे।

ये भी पढ़ें : हिंदी दिवस पर नीलेश मिसरा की आवाज़ में सुनिए केदारनाथ सिंह की कविता ‘मातृभाषा’

                

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.