स्वर्ण मंदिर परिसर में सिख समूहों में हिंसक झड़प

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
स्वर्ण मंदिर परिसर में सिख समूहों में हिंसक झड़पसिख समूहों में हिंसक झड़प

अमृतसर (आईएएनएस)। स्वर्ण मंदिर परिसर में सिख समूहों के बीच गुरुवार को हुई झड़प को रोकने के लिए पुलिस को आना पड़ा। यह झड़प परिसर में उस स्थान पर हुई जहां 'हरमंदर साहिब' स्थित है।

झड़प में कुछ लोग घायल भी हो गए। तलवारें सहित 'समानांतर जत्थेदारों' नामक एक समूह के सदस्यों ने परिसर के प्रवेश द्वार के निकट एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति) टास्क फोर्स के सदस्यों के साथ झगड़ा किया।

ये भी पढ़ें -
भारत में 2020 तक 1700 करोड़ रुपये का होगा जासूसी व्यापार

कादियान (गुरदासपुर जिले में) में स्थित छोटा घल्लुघरा गुरुद्वारा की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, जौहर सिंह के नेतृत्व वाले विरोधी गुट को टास्क फोर्स ने परिसर में प्रवेश करने और अकाल तख्त की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की। आकाल तख्त सिख धर्म का सर्वोच्च आसन है।

ये भी पढ़ें - दुनिया भर के 150 नामी जासूस आ रहे भारत, जानिए क्यों ?

गुरुद्वारा प्रबंधन के एक सदस्य के कथित तौर पर अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने के कारण अगस्त में कादियान गुरुद्वारे में हुए झड़प के बारे में अपना रुख स्पष्ट करने के लिए जौहर सिंह को 'समानांतर जत्थेदारों' ने बुलाया था। झड़प तब हुई, जब समानांतर जत्थेदारों के समर्थक और एसजीपीसी टास्क फोर्स के सदस्यों के बीच मौखिक द्वंद्वयुद्ध शुरू हुआ। दोनों गुट तलवारों, लाठियों और अन्य पारंपरिक हथियारों के साथ एक दूसरे से भिड़ गए जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। समानांतर जत्थेदारों को 2015 में कट्टरपंथी सिख समूहों द्वारा नियुक्त किया गया था।

ये भी पढ़ें - अब चीन के नागरिक करेंगे विदेशी जासूसों की जासूसी, मिलेगा 72,400 डॉलर तक का इनाम

           

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.