एशियाई विकास बैंक ने घटाया भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान, 2019-20 में रह सकती है सात प्रतिशत

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एशियाई विकास बैंक ने घटाया भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान, 2019-20 में रह सकती है सात प्रतिशत

लखनऊ। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने चालू वि‍त्त वर्ष के लिए देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर का अनुमान घटा दिया है। बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 2019-20 में यह सात प्रतिशत रह सकती है।

एडीबी ने अपने एशियाई विकास परिदृश्य-2019 में कहा, वि‍त्त वर्ष 2018-19 के राजकोषीय घाटे से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2019-20 में सात प्रतिशत और 2020-21 में 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह एडीबी के अप्रैल में जताए अनुमान से कम है।

हालांकि एडीबी ने दक्षिण एशियाई क्षेत्र की वृद्धि में तेजी के अनुमान को बरकरार रखा है। वर्ष 2019 में इस क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत और 2020 में 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इससे पहले इसी साल अप्रैल में भी एडीबी ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 7.2 प्रतिशत किया था जो उससे पहले 7.6 प्रतिशत था।

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गौरतलब है कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर पिछले पांच साल के सबसे निचले स्तर पर आ गई है। इस दौरान भारत अर्थिक मोर्च पर चीन से पिछड़ गया है। वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर धीमी पड़कर 5 साल के न्यूनतम स्तर 5.8 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे पहले वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही थी।

सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2018-19 में देश की जीडीपी संवृद्धि दर 6.8 फीसदी रही। आंकड़ों के अनुसार जीडीपी विकास दर की रफ्तार को कम करने में कृषि, खनन और औद्योगिक उत्पादन में कमजोर प्रदर्शन की अहम भूमिका रही। जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट की अहम वजह प्रमुख क्षेत्रों का खराब प्रदर्शन करना रहा है।

कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन क्षेत्र में ग्रोथ रेट 5.0 फीसदी से गिरकर 2.9 फीसदी, खनन उद्योग 5.1 फीसदी से गिरकर 1.3 फीसदी, बिजली, गैस, पान सहित क्षेत्र 8.6 फीसदी से गिरकर 7.0 फीसदी, होटल, ट्रांसपोर्ट, संचार आदि क्षेत्र 7.8 फीसदी से गिरकर 6.5 फीसदी पर आ गया है। हालांकि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर 5.9 फीसदी से बढ़कर 6.9 फीसदी हो गया है, जो थोड़ी राहत की खबर है। (इनपुट भाषा)

   

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