विधानसभा चुनाव 2018: घोषणा पत्र में भाजपा और कांग्रेस ने खुद को बताया 'किसान हितैषी'
चुनावी साल में किसान और उनकी समस्या चुनाव प्रचार के केंद्र में हैं। किसान हर पार्टी के लिए बड़ा वोट बैंक है। भाजपा और कांग्रेस ने अपने घोषण पत्र में किसानों के से तमाम वादे किए हैं।
Chandrakant Mishra 10 Nov 2018 1:31 PM GMT
भोपाल/रायपुर। चुनावी साल में किसान और उनकी समस्या चुनाव प्रचार के केंद्र में हैं। किसान हर पार्टी के लिए बड़ा वोट बैंक है। भाजपा और कांग्रेस ने अपने घोषण पत्र में किसानों के से तमाम वादे किए हैं। शनिवार को रायपुर पहुंचे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया, जिसमें किसानों के लिए तमाम वादे किए हैं। वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी करते हुए वादा किया कि प्रदेश में सत्ता में आने पर किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ किये जाएगें।
शनिवार को रायपुर पहुंचे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी का घोषण पत्र जारी किया। उन्होंने इस घोषणा पत्र पर नारा दिया है- रमन पर विश्वास, कमल संग विकास। अमित शाह ने इस संकल्प पत्र के जरिए 'नवा छत्तीसगढ़' बनाने का वादा किया। साथ ही उन्होंने नक्सलवाद को कम करने के लिए रमन सिंह सरकार की तारीफ की।
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संकल्प किसानों की समृद्धि का, संकल्प नवा छत्तीसगढ़ का। #BJPCGSankalpPatra pic.twitter.com/itWvx1O0LW
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) November 10, 2018
भाजपा ने अपने 50 पृष्ठ के संकल्प पत्र में 60 वर्ष से अधिक आयु के लघु और सीमांत किसानों और भूमिहीन कृषि मजदूरों को एक हजार रूपए प्रतिमाह पेंशन देने, अगले पांच वर्षों में किसानों को दो लाख नए पंप कनेक्शन देने, दलहन और तिलहन किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करने, राज्य के सभी संभागों में गौ अभयारण्य बनाने, राज्य में दुग्ध क्रांति अभियान चलाने और राज्य को जैविक खेती के लिए रूप में विकसित करने का वादा किया है।
#ChhattisgarhAssemblyElections2018 : Congress President Rahul Gandhi releases party's manifesto in Rajnandgaon. pic.twitter.com/RAfJhSaKAH
— ANI (@ANI) November 9, 2018
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चावल का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2500 रुपए
शुक्रवार को घोषणा पत्र में कांग्रेस सरकार के गठन के 10 दिनों के भीतर किसानों को ऋण में छूट देने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर विभिन्न फसलों पर एमएसपी तय करने की घोषणा की है। चावल का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2500 रुपए और मक्के का समर्थन मूल्य 1700 रुपए तय किया है। इसके साथ ही घोषणा पत्र में घरेलू बिजली बिल की दर को आधा करने, शहरी और ग्रामीण परिवारों को आवास सुरक्षा, सभी वर्ग के लोगों को 1 रुपए प्रति किलो की दर से प्रतिमाह 35 किलो चावल देने, राजीव मित्र योजना के तहत 10 लाख बेरोजगार युवाओं को मासिक अनुदान देने का प्रावधान किया गया है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने जारी किया "वचन पत्र", किसानों के कर्ज की माफी का वादा
वहीं कांग्रेस ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये शनिवार को अपना घोषणापत्र जारी करते हुए वादा किया कि प्रदेश में सत्ता में आने पर किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ किये जाएगें। इसके साथ ही कांग्रेस ने प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने वाले उद्योगों को वेतन अनुदान देने का भी वचन दिया है। कांग्रेस ने प्रदेश के किसानों को कृषि भूमि रजिस्ट्री शुल्क में छूट देने और छोटे किसानों को कन्या विवाह हेतु 51,000 रुपये की सहायता देने का भी वादा किया है।
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प्रदेश कांग्रेस ने किसानों के लिए घोषणाओं की बौछार करते हुए दो लाख रुपये तक कर्ज माफ करने, 60 वर्ष की आयु के छोटे किसानों को 1,000 मासिक पेंशन देने, बिजली बिल आधा करने, गेहूं, धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, सोयाबीन, सरसों, कपास, अरहर, मूंग, चना एवं मसूर, उड़द, लहसुन, प्याज, टमाटर एवं गन्ना पर बोनस देने, दूध पर पांच रुपये प्रति लीटर बोनस देने, कृषि भूमि की रजस्ट्रिी में छूट के तहत पुरुष किसान को 6 फीसद तथा महिला किसान को 3 प्रतिशत का रियायती शुल्क लेने सहित डीजल-पेट्रोल पर छूट देने का वादा किया गया है।
कांग्रेस ने इसके साथ ही मंदसौर पुलिस गोली कांड जिसमें छह किसानों की मौत हुई थी, की पुन: न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराने की भी घोषणा की है। इसके साथ ही किसानों को दो लाख रुपये तक के कृषि उपकरण खरीदने पर 50 प्रतिशत अनुदान देने की घोषणा की गई है।
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