सेना में अवैध दस्तावेजों से भर्ती हुए विदेशी को एटीएस ने वाराणसी में दबोचा

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
सेना में अवैध दस्तावेजों से भर्ती हुए विदेशी को एटीएस ने वाराणसी में दबोचापकड़ा गया फर्जी सैनिक 

लखनऊ। यूपी एटीएस को सूचना मिली थी कि वाराणसी में हुई सेना की भर्ती में कुछ विदेशी लोग गलत नाम पते से भर्ती हो गए हैं। गोपनीय रूप से जांच की गई तो तीन नाम सामने आये। जो 39 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर वाराणसी से गोरखा राइफल्स में भर्ती हुए थे।

जांच करने पर पाया गया कि तीनों के चरित्र प्रमाण पत्र नकली है और यह लोग किसी अन्य की पहचान पर भर्ती हो गए है। यह एक "चोरी की पहचान" (identity theft) का प्रकरण भी है क्योंकि 3 में से 2 व्यक्ति की पहचान के असली व्यक्ति अपने पते पर रह रहे हैं। तीसरे द्वारा प्रयोग की गई ‘पहचान’ की जांच जारी है।

ये भी पढ़ें-दरवाजा खोलो, दिवाली पर पुलिस आई है

दोषियों पर हुयी कार्रवाई

इस संबंध में थाना एटीएस लखनऊ में मुकदमा अपराध संख्या 14/2017 धारा 420, 467, 468, 471 पंजीकृत किया गया जिसकी विवेचना इंस्पेक्टर श्री विजय मल द्वारा की जा रही है। तीनों आरोपियों के विरुद्ध साक्ष्य संकलन किया गया तो आरोप की पुष्टि हुई। तीनों अभियुक्तों के विरुद्ध न्यायालय द्वारा गैर जमानती वारंट (NBW) जारी किए गए।

इस मामले में दिलीप गिरि से वाराणसी में पूछ-ताछ की गई तो उसने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि उसका असली नाम विष्णु लाल भट्टाराय पुत्र जीवन क्षत्रिय पुत्र हरिलाल भट्ठाराय निवासी देवड़ा –II, थाना देवड़ा, ज़िला रूपनदेई, नेपाल है। उसे वाराणसी के कैंट क्षेत्र से आज गिरफ्तार कर लिया गया है और लखनऊ न्यायालय में 24 अक्टूबर को प्रस्तुत किया जाएगा। उसे पुलिस रिमांड पर लिए जाने के लिए आवेदन किया जाएगा। विष्णु लाल ने पूछ-ताछ में बताया कि एक दलाल ने उसे रु 5 लाख ले कर भर्ती कराया है। दलाल की तलाश की जा रही है।

ये भी पढ़ें-मेरे पापा कभी दिवाली पर घर नहीं आते

आगे की कार्यवाही

सेना के सहयोग से शेष 2 अभियुक्त शिवांश बालियान (पोस्टिंग 4/3 गोरखा राइफल्स, भुज) और मनोज कुमार बस्नेत (पोस्टिंग 2/3 गोरखा राइफल्स, न्यू जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल) जो कि अवकाश पर है, की तलाश कर पूछ-ताछ और गिरफ़्तारी की जानी है। इनसे जानना होगा कि इनकी असली पहचान क्या है और यह क्यों फर्जी पहचान पर भर्ती हुए?

पूरे मामले पर असीम अरुण, आईजी (एटीएस) ने कहा कि सेना के सहयोग से अन्य दो आरोपियों की तलाश कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है। गिरफ्तार सिपाही विष्णुलाल से पूछ-ताछ की जा रही है। और गिरफ्तारियाँ होना संभव है।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

              

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.