अयोध्या फैसले पर पीएम मोदी बोले- इसे हार या जीत के रूप में न देखा जाए

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अयोध्या फैसले पर पीएम मोदी बोले- इसे हार या जीत के रूप में न देखा जाए

सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद मामले में 40 दिन चली सुनवाई के बाद आज शनिवार को अपना ऐतिहासिक फैसला सुना दिया। कोर्ट के फैसले के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इसे किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। फैसले के बाद पीएम मोदी ने सिलसिलेवार कई ट्वीट किए। पीएम के अलावा भी इस फैसले पर तमाम लोग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। देखें किसने क्‍या कहा...

प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, ''देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।''

वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक के बाद एक 4 ट्वीट किए। उन्‍होंने लिखा, ''श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूँ। मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूँ कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति और सौहार्द से परिपूर्ण 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें।''

मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया कि ''अयोध्या मामले पर फैसला आ चुका है। एक बार फिर आपसे अपील करता हूं कि सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले का हम सभी मिल जुलकर सम्मान व आदर करें। किसी प्रकार के उत्साह, जश्न व विरोध का हिस्सा ना बनें। अफवाहों से सावधान व सजग रहें। किसी भी प्रकार के बहकावे में ना आएं।''

फैसले के बाद अयोध्या के डीएम अनुज कुमार झा ने ट्वीट किया कि ''लोगों से आग्रह है कि फैसले के बाद जश्न न मनाएं। किसी तरह के अपमानजनक या उकसावे वाले व्यवहार पर कार्रवाई की जाएगी।''

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट किया, मानवता और संविधान भी हमारा धर्म है। हमें एकता, भाईचारे और प्रेम के साथ अपना हर धर्म निभाना है। आओ मिलकर दुनिया को दिखा दें 'ये गांधी का देश है, यहां एकता का परिवेश है।'

उत्‍तरखंड के मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट किया, ''अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनज़र समाज में शांति, सौहार्द व एकता बनाये रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। मा. न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हुए कोई भी ऐसी टिप्पणी न करें जिससे माहौल खराब हो, सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाएं।''

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बाबा रामदेव ने कहा कि ''यह बहुत बड़ा ऐतिहासिक न्याय है। देश आस्था नहीं संविधान से चलता है जो आज चरितार्थ हुआ। फैसले में मुस्लिम पक्ष का सम्मान रखा गया और उन्हें मस्जिद के लिए जगह दी गई। इससे ज्यादा सौहार्द वाली बात नहीं हो सकती थी। सारी दुनिया जानती है कि राम अयोध्या में पैदा हुए। जब राम का जन्म अयोध्या में हुआ तो मंदिर का निर्माण वहां होना चाहिए।''

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि ''सुप्रीम कोर्ट की ओर से देश की जनभावना और आस्था को न्याय देने वाले फैसले का संघ स्वागत करता है। सरकार और आम लोगों की ओर से किए गए प्रयासों का अभिनंदन करते हैं। जय और पराजय की दृष्टि से इस फैसले को नहीं देखना चाहिए।''


 

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