बवाना पटाखा फैक्टरी में लगी आग का दर्द बयां करती तस्वीरें
Sanjay Srivastava 21 Jan 2018 12:47 PM GMT
नयी दिल्ली (भाषा)। बाहरी दिल्ली के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार पटाखा भंडारण इकाई में भीषण आग लगने से 17 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। दिल्ली सरकार ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है। फैक्ट्री मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया।
दिल्ली दमकल सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि दो मंजिला एक इमारत के भूतल पर एक भंडारण इकाई में आग लगी, जो पूरी इमारत में फैल गई। एक अन्य दमकल अधिकारी ने बताया कि दस महिलाएं और सात पुरुषों की मौत हो गई। एक पुरुष और एक महिला घायल हो गए। दोनों को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि गैर इरादतन हत्या और आग एवं ज्वलनशील सामग्री को लेकर लापरवाही बरतने को लेकर भारतीय दंड संहिता की संबंद्ध धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि उन्होंने मालिकों की पहचान कर ली है और उनसे पूछताछ की जाएगी। पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) रजनीश गुप्ता ने बताया कि मनोज जैन नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आग लगने की घटना में लोगों की मौत होने पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट कर कहा, बवाना में एक फैक्ट्री में आग लगने से काफी दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के प्रति है, जिनकी जानें चली गई। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह बचाव अभियान पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा, कई लोगों के मारे जाने के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। बचाव अभियान पर करीबी नजर रख रहा हूं।
दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जैन ने ट्वीट कर कहा, बवाना में एक निजी फैक्ट्री में आग की गंभीर घटना के बारे में पता चला। कई लोगों की मौत हुई है। स्थिति पर नजर रख रहा हूं। जांच के आदेश दिए गए हैं।
उत्तर दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्तरी दिल्ली मेयर प्रीति अग्रवाल हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर गईं। उन्होंने कहाकि फैक्ट्री पर लाइसेंस, एनओसी नहीं हैं, छुट्टी के बावजूद मजदूर ओवर टाइम कर रहे थे।
एनडीएमसी के एक वरष्ठि अधिकारी ने बताया कि यह फैक्ट्री दिल्ली राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (डीएसआईआईडीसी) क्षेत्र में आती है।
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