भारत बंद : देश भर में आज कर्मचारियों की हड़ताल, पश्चिम बंगाल में ट्रेन रोकी, पंजाब में किसानों ने तोड़ी बैरीकेडिंग, देखें तस्वीरें

एक बार फिर देश भर के कर्मचारियों, मजदूरों, किसानों ने अपनी आवाज बुलंद की है। आज 26 नवंबर को एक दिन की देशव्यापी आम हड़ताल में ये सभी केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं ...

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भारत बंद : देश भर में आज कर्मचारियों की हड़ताल, पश्चिम बंगाल में ट्रेन रोकी, पंजाब में किसानों ने तोड़ी बैरीकेडिंग, देखें तस्वीरें26 नवंबर को आम हड़ताल में पश्चिम बंगाल में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जादवपुर रेलवे ट्रैक को जाम किया। फोटो साभार : ट्विटर

केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ देश के 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों समेत राज्यों के सरकारी महकमों के कर्मचारी संगठनों ने आज 26 नवंबर को एक दिन की देशव्यापी आम हड़ताल का आह्वाहन करते हुए भारत बंद का ऐलान किया है।

इस एक दिन की हड़ताल में बैंक (एसबीआई को छोड़कर), रोडवेज, रेलवे, बीएसएनएल, जीवन बीमा निगम, डाक, पेयजल, बिजली विभाग के कर्मचारियों समेत आशा वर्कर्स, आँगनबाड़ी वर्कर्स, मिड-डे मील और औद्योगिक क्षेत्रों के संगठन भी शामिल हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार की मजदूर और श्रमिक विरोधी नीतियों और किसान विरोधी पारित कानून के खिलाफ भी कई किसान संगठन इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं।

एक तरफ जहाँ बैंक, रोडवेज, रेलवे और बीमा के कर्मचारी निजीकरण का विरोध कर रहे हैं, दूसरी ओर आशा और आँगनबाड़ी वर्कर्स निर्धारित मानदेय, काम के घंटे और सरकारी कर्मचारी के दर्जा देने को लेकर अपनी आवाज उठा रहे हैं। जबकि कई किसान संगठन हाल में लाये गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध प्रकट करते हुए इस हड़ताल में शामिल हैं।

ये सभी कर्मचारी संगठन राज्यों में जगह-जगह धरने-प्रदर्शन करने के साथ केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ रैलियां निकाल रहे हैं। दूसरी ओर कर्मचारियों की इस हड़ताल को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी राजनीतिक पार्टियों ने संगठनों की ओर से उठाये जा रहे मुद्दों को लेकर समर्थन किया है।

पश्चिम बंगाल में रोकी ट्रेन

पश्चिम बंगाल में इस आम हड़ताल का खासा असर दिखाई दिया। यहाँ वामपंथी दलों के प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जादवपुर रेलवे ट्रैक को बंद कर दिया और ट्रेनों को आगे नहीं बढ़ने दिया। हड़ताल के कारन इस रूट पर तमाम ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है। इसके अलावा सड़कों पर कर्मचारियों और मजदूर संगठनों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार हंगामा किया।





महाराष्ट्र में भी दिखा असर

महाराष्ट्र के पुणे में ट्रेड यूनियन के लोग केंद्र सरकार के नए श्रम कानूनों का विरोध करते नजर आये। सरकारी महकमों का निजीकरण, कर्मचारियों की पेंशन योजना, ट्रेड यूनियन के अधिकारों के हनन समेत कई मांगों को लेकर लोगों ने सड़कों पर रैली निकाली।

ओडिशा में सड़कों पर उतरे लोग

ओडिशा में भी लोगों में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ खासी नाराजगी नजर आई। यहाँ प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय श्रम कानूनों और नए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए हाईवे में गाड़ियों की रफ़्तार थाम दी और सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया।


केरल में बस सेवाएं प्रभावित, बाजार बंद, त्रिपुरा में भी दिखा असर

केरल में सत्तारूढ़ वामपंथी सरकार ने भारत बंद का समर्थन किया है। यहाँ कोच्चि शहर में बस सेवाएं प्रभावित हुईं और बाजार बंद हो गए। हड़ताल का समर्थन करते हुए, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने ट्वीट किया, "सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण के साथ हमारी आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था और हमारे मेहनतकश लोगों के लिए मौत की घंटी बजती है।"



पंजाब में किसानों ने तोड़ी बैरीकेडिंग

दूसरी ओर नए कृषि कानूनों का विरोध के साथ भारत बंद का समर्थन करते हुए पंजाब के किसानों ने आज सुबह शंभू बॉर्डर पर पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। आंसू गैस और वाटर कैनन के इस्तेमाल के बीच किसानों का हुजूम दिल्ली की ओर कूच कर गया। यहाँ दिल्ली की ओर जाने वाले अन्य रास्तों पर पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए तमाम इंतजाम किये हैं।


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