थानेदार को रिश्वत देने के लिए अनाथ बच्चे ने सड़क पर मांगी मदद

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
थानेदार को रिश्वत देने के लिए अनाथ बच्चे ने सड़क पर मांगी मददरिश्वत देने के लिए मदद मांगता बच्चा।

हाजीपुर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही सुशासन के लाख दावे कर लें, परंतु उनके ही राज्य में अगर किसी थानेदार द्वारा मांगी गई रिश्वत की राशि देने के लिए बच्चे को भीख (मदद) मांगनी पड़े तो इसे आप क्या कहेंगे?

यह बात आपको भले ही अजीब लग रही हो परंतु पूरे विश्व को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वाली धरती बिहार के वैशाली जिले में एक बच्चे को अपना भू-खंड का एक टुकड़ा बचाने के लिए थानेदार द्वारा मांगी गई रिश्वत की राशि जुटाने के लिए सड़क पर लोगों के सामने हाथ फैलाना पड़ा।

वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर के जिलाधिकारी कार्यालय के सामने शुक्रवार को जब एक अनाथ बच्चे को गले में तख्ती लगाकर भीख मांगते देखा गया तब यह मामला प्रकाश में आया। उसके साथ उसके संरक्षक भी मौजूद थे।

कटहरा के चेहराकला गांव का रहने वाला विवेक अनाथ है और उसके पास पूर्वजों की एक एकड़ से ज्यादा जमीन है। विवेक का आरोप है कि इस जमीन पर गांव के ही कुछ दबंगों ने निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया। इसकी शिकायत करने जब वह कटहरा सहायक थाना प्रभारी के पास पहुंचा, तो उसने बतौर रिश्वत 10 हजार रुपये की मांग की।

ये भी पढ़िए- गांव वालों 80,000,000,000 रुपयों का हिसाब लगाइए, ये आपके ही हैं

विवेक बताता है, "मेरे पास इतनी बड़ी रकम नहीं थी, इस कारण मैं लोगों से मदद मांगकर रुपये इकट्ठे करने लगा।" इसकी सूचना जब जिलाधिकारी को मिली तब उन्होंने विवेक को अपने पास बुलाया।

प्रभारी जिलाधिकारी प्रभुनारायण यादव ने शनिवार को बताया, “मामले की जांच महुआ अनुमंडल अधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक और अंचलाधिकारी के निर्देशन में कराई जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।“

इधर, कटहरा सहायक थाना प्रभारी राकेश रंजन रिश्वत मांगने के आरोप को बेबुनियाद बता रहे हैं। उन्होंने बताया कि विवेक को उसके संरक्षक महेंद्र राय को सौंप दिया गया है।

महेंद्र राय ने कहा, “अदालत द्वारा जमीन पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया गया है परंतु कुछ लोग उस पर निर्माण कार्य कर रहे हैं। बहरहाल, यह मामला यहां चर्चा का विषय बना हुआ है।“(एजेंसी)

ये भी पढ़ें देश के युवा मुसलमान अपनी कम्युनिटी के बारे में क्या सोचते हैं ?

ये भी पढ़ें- गांव वालों 80,000,000,000 रुपयों का हिसाब लगाइए, ये आपके ही हैं

एक कलेक्टर ने बदल दी हजारों आदिवासी लोगों की जिंदगी, पढ़िए सराहनीय ख़बर

सरकारी स्कूल में पढ़ती बेटी के साथ छत्तीसगढ़ के डीएम ने खाया मिड-डे मील, तस्वीर वायरल

 

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.