भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल पर DCGI से मिली मंजूरी, जल्द शुरू होगा टीकाकरण

आखिरकार कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का लम्बे समय से इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की ओर से भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) के आपात इस्तेमाल पर आधिकारिक मंजूरी मिल गयी है।

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भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) के बढ़ते संक्रमण के बीच कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की ओर से आज बड़ा ऐलान किया गया। डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) के आपात इस्तेमाल पर आधिकारिक रूप से मंजूरी दे दी है।

इससे पहले एक जनवरी को भारत के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की कोविड-19 संबंधी विशेषज्ञ समिति (SEC) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड के आपात इस्तेमाल पर अपनी ओर से मंजूरी दे दी थी। वहीं दो जनवरी को भारत की स्वदेशी वैक्सीन भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल पर हरी झंडी दी गयी। हालांकि भारत में इन दोनों वैक्सीन के आधिकारिक रूप से मंजूरी मिलने के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की मंजूरी मिलना बाकी था और आखिरकार आज सुबह डीसीजीआई की ओर से दोनों कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी गयी।

डीसीजीआई की ओर से दोनों कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे हर भारतीय के लिए गर्व का दिन बताया और ट्वीट कर देशवासियों को बधाई दी।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, "यह हर भारतीय को गर्व होगा कि जिन दो टीकों को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई है वे भारत में बने हैं! यह हमारे वैज्ञानिक समुदाय की उत्सुकता को दर्शाता है कि एक आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए, जिसके मूल में देखभाल और करुणा है।"

एक और ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा, "हम डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मचारियों, वैज्ञानिकों, पुलिस कर्मियों, स्वच्छता कार्यकर्ताओं और सभी कोरोना योद्धाओं द्वारा विपरीत परिस्थितियों में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए अपना आभार दोहराते हैं। हम कई लोगों की जान बचाने के लिए उनके प्रति सदा आभारी रहेंगे।"

दूसरी ओर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। अदार पूनावाला ने कहा, "सभी को नया साल मुबारक! आखिरकार कोरोना वैक्सीन को लेकर जो जोखिम उठाए गए, उसका फल मिल गया। आने वाले कुछ हफ़्तों में कोविशील्ड वैक्सीन इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी।

वहीं वैक्सीन को लेकर DCGI के निदेशक वीजी सोमानी ने कहा, "कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों ही वैक्सीन की दो-दो खुराक इंजेक्शन के रूप में दिए जायेंगे। दोनों ही वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इन वैक्सीन का इस्तेमाल आपात स्थिति में किया जा सकेगा।"

वैक्सीन के सुरक्षा से जुड़े सवाल पर वीजी सोमानी ने कहा, "अगर सुरक्षा से जुड़ा कोई भी संशय होता तो हम मंजूरी नहीं देते। ये वैक्सीन 110 प्रतिशत सु​रक्षित हैं। किसी भी वैक्सीन के थोड़े साइड इफेक्ट होते हैं जैसे दर्द, बुखार, एलर्जी होना।"

वहीं ग्रामीण भारत में कोरोना वायरस के प्रसार और कोरोना वैक्सीन के बारे में पता लगाने के लिए ग्रामीण भारत के सबसे बड़े मीडिया प्लेटफार्म गाँव कनेक्शन ने एक से 10 दिसम्बर के बीच 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में सर्वे कराया। इस सर्वे में सामने आया कि करीब 50 फीसदी ग्रामीण भारतियों ने कहा है कि वे किसी विदेशी कंपनी के बजाए भारतीय कंपनी द्वारा उपलब्ध कराए गए कोविड-19 वैक्सीन पर भरोसा दिखाएंगे।

इसके अलावा गाँव कनेक्शन सर्वे में लगभग 15 फीसदी परिवारों ने अपने घर या दोस्तों के बीच कम से कम किसी एक व्यक्ति के कोविड-19 पॉजिटिव होने की बात स्वीकार की है। इस सर्वे में कई रोचक निष्कर्ष निकल कर सामने आये हैं। कोरोना की इस सर्वे की विस्तृत रिपोर्ट www.ruraldata.in पर पढ़ सकते हैं।

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