ओमिक्रॉन और कोविड-19 की समीक्षा बैठक में पीएम ने ऑक्सीजन और दवाओं का बफर स्टॉक बढ़ाने के दिए निर्देश, यूपी-एमपी में नाइट कर्फ्यू
देश में बढ़ते कोरोना-19 और ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में हाईलेवल की मीटिंग में ऑक्सीजन और दवाओं का बफर स्टॉक बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं।
गाँव कनेक्शन 24 Dec 2021 6:10 AM GMT
नई दिल्ली। कोविड-19 और ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में हाईलेवल की समीक्षा बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि नए वेरिएंट को देखते हुए सतर्क और सावधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिलों से लेकर राज्यों तक में स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत किया जाए। उधर, ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्य प्रदेश में नाइट कर्फ्यू शुरु कर दिया गया है, जबकि यूपी में 25 दिसंबर से नाइट कर्फ्य़ू शुरु होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ऑमिक्रॉन का असर के मामले देश के 16 राज्यों में तक पहुंच चुके हैं। देशभर में 259 मामलों की पहचान हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 23 दिसंबर को पिछले 24 घंटे में 12 लाख से ज्यादा कोविड 19 की सैंपल की जांच हुई थी। जबकि इस दौरान 6 हजार (6960) से ज्यादा कोविड के मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार सतर्क है और वर्तमान स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। कम टीकाकरण, बढ़ते मामलों, अपर्याप्त स्वास्थ्य ढांचे वाले राज्यों की सहायता के लिए केंद्र टीम भेजेगा। समीक्षा बैठक में कोविड-19 की स्थिति और ओमिक्रॉन, चिंताजनक नए वेरिएंट (वीओसी), कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया उपायों, दवाओं की उपलब्धता सहित स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत किए जाने सहित ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसेन्ट्रेटर्स, वेंटिलेटर, पीएसए संयंत्र, आईसीयू/ऑक्सीजन समर्थित बेड, मानव संसाधन, आईटी हस्तक्षेप और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा की गई।
इस दौरान अधिकारियों ने ओमिक्रॉन के संदर्भ में डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुशंसित तकनीकी और प्राथमिकता वाली कार्रवाइयों से भी प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया। देश में कोविड-19 और ओमिक्रॉन की स्थिति का परिदृश्य जिसमें अधिक मामले वाले राज्य, अधिक मामलों की पुष्टि की रिपोर्ट करने वाले जिले और अधिक मामलों को दर्ज करने क्लस्टर की जानकारी भी प्रधानमंत्री को दी गई। देश में रिपोर्ट किए गए ओमिक्रॉन मामलों का विवरण, उनकी ट्रैवल हिस्ट्री, टीकाकरण की स्थिति और रोग से स्वस्थ हुए मामलों की स्थिति की जानकारी दी गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की पहली एडवाइजरी राज्यों के साथ साझा करने के बाद 25 नवंबर 2021 के बाद से उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए संशोधित यात्रा परामर्श, कोविड-19 जन स्वास्थ्य प्रतिक्रिया उपायों पर राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठकें, टीकाकरण में तेजी लाने, ऑक्सीजन आपूर्ति उपकरणों को लगाने आदि के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई।
अधिकारियों के कई स्तर के प्रजेंटेशन के बाद पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि महामारी के खिलाफ सक्रिय, केंद्रित, सहयोगात्मक और समन्वित लड़ाई के लिए केंद्र की रणनीति को भविष्य के सभी कार्यों में मार्गदर्शन के रूप में अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है और कोविड सुरक्षित व्यवहार के निरंतर पालन की आवश्यकता आज भी सर्वोपरि है।
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राज्यों में जिला स्तर से शुरू होने वाली स्वास्थ्य प्रणालियों को नए वेरिएंट से उत्पन्न किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए मजबूत किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्यों के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ऑक्सीजन आपूर्ति उपकरण सही तरीके से लगाए गए हों और पूरी तरह संचालन में हों। उन्होंने अधिकारियों को नियमित आधार पर राज्यों के साथ कार्य करने और मानव संसाधनों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण, एम्बुलेंस की समय पर उपलब्धता, संस्थागत क्वारंटीन के लिए कोविड सुविधाओं के संचालन के लिए राज्यों की तत्परता सहित होम आइसोलेशन में रहने वालों की प्रभावी और पर्यवेक्षित निगरानी के साथ-साथ स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के विभिन्न घटकों की तैयारियों की स्थिति की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को टेली-मेडिसिन और टेली-परामर्श के लिए आईटी उपकरणों के प्रभावी उपयोग के लिए भी निर्देश दिये।
अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को बताया कि देश में 88 प्रतिशत से अधिक पात्र आबादी को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है और 60 प्रतिशत से अधिक पात्र आबादी को दूसरी खुराक भी दे दी गई है। पीएम ने कहा टीकाकरण के लिए घर-घर जाकर 'हर घर दस्तक' टीकाकरण अभियान लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित करने में सक्षम रहा है, और इससे वैक्सीन कवरेज को बढ़ाने में उत्साहजनक परिणाम प्राप्त हुए हैं।
बैठक में कैबिनेट सचिव डॉ. वी.के.पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य) नीति आयोग, गृह सचिव एके भल्ला, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय सचिव राजेश भूषण, सचिव (फार्मास्युटिकल), डॉ राजेश गोखले, सचिव (जैव प्रौद्योगिकी), डॉ. बलराम भार्गव, महानिदेशक आईसीएमआर, श्री. वैद्य राजेश कोटेचा, सचिव (आयुष), दुर्गा शंकर मिश्र, सचिव (शहरी विकास), आर.एस. शर्मा सीईओ एनएचए, प्रो. के. विजय राघवन (भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार) के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
UP Govt: Night curfew to be put in place from December 25 from 11 pm-5am . Not more than 200 people allowed in weddings pic.twitter.com/bHs8Ih7urW
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 24, 2021
यूपी में 25 दिसंबर से नाइट कर्फ्यू
देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश में 25 दिसंबर से रात 11 से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू रहेगा। कोविड समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा शादी समारोहों में 200 से ज्यादा लोग एकत्र नहीं होगे। इससे पहले सरकार ने देश में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने क्रिसमस और नए साल के जश्न पर सख्त पाबंदी के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने सार्वजनिक जगहों पर कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
मध्य प्रदेश में नाइट कर्फ्यू
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्य प्रदेश ने रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। नाइट कर्फ्यू का ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि जरुरत पड़ी और सख्त कदम उठाएंगे। ओमिक्रान की लहरी (कोरोना की तीसरी लहर) को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगाने वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य बना है।
हम फैसला कर रहे हैं कि रात्रि कालीन कर्फ्यू रात 11:00 बजे से लेकर सुबह 5:00 बजे तक लगा रहेगा। आवश्यकता पड़ी तो कुछ और उपाय भी जरूर करेंगे। सावधानी में ही सुरक्षा है। मेरी प्रार्थना है कि सब सहयोग करें, ताकि तीसरी लहर के संकट से हम अपनी जनता की जिंदगी की सुरक्षा कर पाएं: CM pic.twitter.com/vUDzwsXKgE
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) December 23, 2021
हाई कोर्ट की पीएम मोदी और चुनाव आयुक्त से अपील
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाओं से पहले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चिंता जताई है न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयुक्त से अनुरोध किया है कि कोरोना की तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिए राजनीतिक दलों की चुनावी रैलियों पर रोक लगाई जाए। उन्होंने समाचार पत्र और दूसरे डिजिटल माध्यमों से प्रचार करने का सुझाव दिया इसके साथ ही पीएम से चुनाव टालने की अपील करते हुए कहा कि क्योंकि जान है तो जहान है।
जेल में बंद एक आरोपी की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि संभव है तो फरवरी में होने वाले चुनाओं को एक दो महीने के लिए टाल दिया जाए।
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