कोरोना पर पीएम मोदी का देश के नाम संदेश, जानिये भाषण की बड़ी बातें
Mithilesh Dhar 3 April 2020 3:45 AM GMT
कोरोना वायरस का संकट बढ़ता ही जा रहा है। लॉकडाउन होने पर भी पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 2,500 से ज्यादा हो गई है, जबकि 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस संकट के बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश को संबोधित किया। उन्होंने वीडियो के माध्यम से देश को संदेश दिया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन को आज नौ दिन हो रहे हैं। इस दौरान आप सभी ने जिस प्रकार अनुशासन और सेवा भाव दोनों का परिचय दिया है वो अभूतपूर्व है। आपने जिस प्रकार 22 मार्च रविवार के दिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले हर किसी का धन्यवाद किया वो भी आज सभी देशों के लिए एक मिसाल बन गया है। आज कई देश इसको दोहरा रहे हैं।
और इसलिए,
— PMO India (@PMOIndia) April 3, 2020
इस Sunday,
5 अप्रैल को,
हम सबको मिलकर,
कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है,
उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है।
इस 5 अप्रैल को हमें,
130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है: PM @narendramodi #IndiaFightsCorona
- हमारे यहां माना जाता है कि जनता-जनार्दन, ईश्वर का ही रूप होती है। इसलिए जब देश इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हो, तो ऐसी लड़ाई में बार-बार जनता रूपी महाशक्ति का साक्षात्कार करते रहना चाहिए। पांच अप्रैल रविवार को मैं रविवार रात को नौ बजे आप सभी के नौ मिनट चाहता हूं। घर की बलकनी में खड़े होकर मोमबत्ती, टॉर्च, दीया या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं। उस दिन घर की सभी लाइट बंद करें।
हमारे यहां कहा गया है-
— PMO India (@PMOIndia) April 3, 2020
उत्साहो
बलवान् आर्य,
न अस्ति उत्साह परम् बलम्।
स उत्साहस्य लोकेषु,
न किंचित् अपि दुर्लभम्॥
यानि,
हमारे उत्साह,
हमारी spirit से बड़ी force दुनिया में
कोई दूसरी नहीं है: PM @narendramodi #IndiaFightsCorona
- हमें अपने मन में से संकल्प लें कि हम अकेले नहीं हैं। कोई अकेला नहीं है। 130 करोड़ मेरे देशवासी इस लड़ाई के लिए दृढ़संकल्प हैं। इस आयोजन में किसी भी को इकट्ठा नहीं होना है। रास्त, मोहल्ले, गलियों में नहीं जाना है। घर की बालकनी या दरवाले पर ही प्रकाश करना है। सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा को कभी भी लांघना नहीं है। किसी भी हालत में सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ना नहीं है। कोरोना की चेन तोड़ने का यही रामबाण इलाज है।
- पांच अप्रैल को रात में अकेले बैठकर मां भारती को याद करिए। ये हमें संकट की इस घड़ी से लड़ने की ताकत दे और जीतने का आत्मविश्वास भी। हमारे यहां कहा गया है कि हमारे उत्साह, हमारी स्पिरिट से बढ़कर दुनिया में कोई फोर्स नहीं होता है। दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है जो हम इस ताकत से हासिल न कर पाएं।
- पीएम ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा को कभी भी लांघना नहीं है। किसी भी हालत में सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ना नहीं है। कोरोना की चेन तोड़ने का यही रामबाण इलाज है।
- पीएम मोदी ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा को कभी भी नहीं लांघना नहीं है। आइए साथ आकर, साथ मिलकर कोरोना को हराएं भारत को विजयी बनाएं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन में जनता की सामूहिकता नजर आई। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के समय में देश की और आप सभी की ये सामूहिकता नजर आ रही है। आज जब देश करोड़ों लोग घरों में है, तो किसी को लग सकता है कि वो अकेला क्या करेगा। ये सवाल भी मन में आते होंगे कि कितने दिन और रुकना पड़ेगा। हम अपने घरों में जरूर हैं लेकिन हममे से कोई भी अकेला नहीं है। 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति हर व्यक्ति के साथ है। समय समय पर देशवासियों की इस सामूहिक शक्ति कि विराटता और इसकी दिव्यता की अनुभूति करना आवश्यक है। देश जब इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हो तो बार-बार जनता रूपी विराट शक्ति का साक्षात्कार करते रहना चाहिए। यह हमें मनोबल देता है, लक्ष्य देता है और उसकी प्राप्ति के लिए ऊर्जा भी देता है। हमारा मार्ग और प्रशस्त करता है।
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