देश में कपास का उत्पादन 358 लाख गांठ तक होने का अनुमान, पिछले सत्र की अपेक्षा दो लाख गांठ कम

चालू फसल सीजन में उत्तर भारत के राज्यों की बात करें तो पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कपास का उत्पादन 62 लाख गांठ रहने का अनुमान है जो पिछले साल के 63 लाख गांठ की अपेक्षा एक लाख गांठ कम है।

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देश में कपास का उत्पादन 358 लाख गांठ तक होने का अनुमान, पिछले सत्र की अपेक्षा दो लाख गांठ कमइस चालू सत्र में कपास का निर्यात बढ़ सकता है। (फोटो- गांव कनेक्शन)

एक अक्टूबर 2020 से शुरू हुए चालू सत्र में देश में कपास का उत्पादन 358.50 लाख गांठ होने का अनुमान है। यह शुरुआती अनुमान से 2.50 लाख गांठ ज्यादा है। कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी।

कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) ने गुरुवार सात जनवरी को बताया कि चालू फसल सीजन में देश की मंडियों में अब तक (31 दिसंबर 2020 तक) 197.85 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है। राजस्थान, गुजरात और आंध्र प्रदेश में कपास के आरंभिक उत्पादन अनुमान में 2-2 लाख गांठ की बढ़ोतरी होने का अनुमान है जबकि और मध्य प्रदेश में एक लाख गांठ, कर्नाटक में 1.50 लाख गांठ और ओडिशा में एक लाख गांठ की कमी आने का अनुमान है।

इससे पहले सीएआई ने 356 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान लगाया था, हालांकि यह पिछले साल (2019-200) के उत्पादन 360 लाख गांठ की अपेक्षा कम है। एक गांठ में 170 किलोग्राम कपास होता है।

चालू फसल सीजन में उत्तर भारत के राज्यों की बात करें तो पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कपास का उत्पादन 62 लाख गांठ रहने का अनुमान है जो पिछले साल के 63 लाख गांठ की अपेक्षा एक लाख गांठ कम है। गुजरात और महाराष्ट्र में उत्पादन क्रमश: 64 और 85 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इन राज्यों का कपास उत्पादन 95 और 87 लाख गांठ था। मध्य प्रदेश में इस सीजन में 20 लाख गांठ उत्पादन का अनुमान है जो पिछले साल की अपेक्षा 18 लाख गांठ से दो लाख गांठ ज्यादा है।

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वहीं अगर दक्षिण के राज्यों की बात करें तो तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में उत्पादन क्रमश: 48 और 16 लाख गांठ तक होने का अनुमान है। पिछले साल इन राज्यों का उत्पादन 52 और 15 लाख गांठ था। कर्नाटक में 24.50 लाख और तमिलनाडु में पांच लाख गांठ उत्पादन होने का अनुमान है। पिछले साल इन राज्यों का उत्पादन क्रमश: 20 और 5 लाख गांठ था। ओडिशा में कपास उत्पादन का अनुमान 3 लाख गांठ है।

31 दिसंबर 2020 को कपास का कुल स्टॉक 224.85 लाख गांठ का है जिसमें से यार्न मिलों के पास 65 लाख गांठ और सीसीआई (भारतीय कपास निगम लिमिटेड) के साथ ही महाराष्ट्र फेडरेशन, एमएनसी (बहुराष्ट्रीय कम्पनी) और एमसीएक्स तथा जिनर्स (कपास व्यापारी) के पास 159.85 लाख गांठ है।

सीएआई के अध्यक्ष अतुल एस गणात्रा ने गांव कनेक्शन को बताया, "चालू सीजन में हमारा आयात घटकर लगभग 14 लाख गांठ तक आने की उम्मीद है, जबकि पिछले साल हमने 15.50 लाख गांठ कपास का आयात किया था। शुरू के तीन महीने में लगभग 4.50 लाख गांठ का आयात हुआ है। निर्यात हमारा इस सीजन में बढ़ने की उम्मीद है। पिछले साल हमारा निर्यात 50 लाख गांठ तो इस सीजन में 54 लाख गांठ तक होने की उम्मीद है। हम 31 दिसंबर तक 21.25 लाख गांठ भेज भी चुके हैं।"

"इसके अलावा कपास के पिछले साल के बचे स्टॉक की मात्रा में 107.50 लाख गांठ से 125 लाख गांठ की बढ़ोतरी की गई है। सरकारी एजेंसियों, यानी सीसीआई और महाराष्ट्र फेडरेशन ने पिछले कपास सत्र में स्टॉक को नहीं जोड़ा था। वह स्टॉक बेच दिया गया लेकिन उसकी डिलीवरी नहीं हो पाई थी। अक्टूबर से दिसंबर के दौरान 82.50 लाख गांठ कपास खपत का अनुमान है।" गणात्रा आगे बताते हैं।

  

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