बारिश और ओलावृष्टि से कई राज्यों में बर्बाद हुई फसल

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बारिश और ओलावृष्टि से कई राज्यों में बर्बाद हुई फसल

लखनऊ। पिछले कुछ दिनों से मौसम अच्छा होने से किसानों को लगा था कि इस बार अच्छी पैदावार हो जाएगी, लेकिन बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि होने से आलू, सरसों, मटर की फसलों को काफ़ी मात्रा में नुक़सान पहुंचा है। पश्चिमी विक्षोभ की के कारण बारिश हुई है।

गुरूवार से शुरू हुई बारिश के बाद शुक्रवार को ओले गिरने जाने से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे कई राज्यों में किसानों को काफी नुकसान हुआ है। सरसों की फ़सल व आलू के खेतों में पानी भर गया वहीं, मटर की फली पर ओले पड़ने से फली भी चोटिल हो गई। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के पिसावां ब्लॉक के किसान शशिकांत ने बताया, "बेमौसम बारिश होने की वजह से हमारी सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है।


पिपरी शादीपुर के किसान हीरा लाल ने बताते हैं, "अब तक मंदी की मार से जूझ रहे थे, जब दिन ठीक हुए तो ईश्वर ने प्रकृति की मार से मार दिया हमारी एक एकड़ आलू की फसल में पानी भर गया।"

मौसम विभाग अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार रात बारिश हुई।। ओलावृष्टि से गेहूं व सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है।कृषि विज्ञान केंद्र, सीतापुर के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ दया शंकर श्रीवास्तव ने बताते हैं, "बेमौसम बारिश होने की वजह से आलू की फसल में झुलसा रोग लगने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसके आलू वाले खेत मे किसान भाई निगरानी अवशय करें। जो खेत में पानी जमा है उसको अवश्य निकाल दें। अगर आलू की फसल में किनारे की पत्तियां काली होती हैं। तेजी से इसका प्रकोप पत्तियों और तने से होता हुआ कंद तक पहुंच जाता है। यह अपेक्षाकृत अधिक खतरनाक है।"


वो आगे कहते हैं, "समय से रोकथाम न होने पर दो-तीन दिन में पूरी फसल बर्बाद हो सकती है। आलू मटर में किसान भाई फेनामिडोन + मैंकोजेब 3 ग्राम/लीटर पानी मौसम साफ होने पर प्रयोग करें। वहीं केला की फसल में प्रोपीकोनाजॉल दो मिलीलीटर प्रति लीटर पानी केले में सिगाटोका रोग से बचाव के लिए प्रयोग करें। अन्य सभी फसलों में रस चूसक कीटों से बचाव के लिए इमिडाक्लोप्रिड एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में प्रयोग कर छिड़काव करें।"

दलहनी फसलों में करें बचाव

दलहनी फसलों में झुलसा रोग से बचाव के लिए कॉपर ऑक्सिक्लोराइड 45 ग्राम + 2 ग्राम स्ट्रेपटोमायसीन सल्फेट 15 ली पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

खेत के चारों तरफ धुआं करना करें

किसान भाई खेत के चारो तरफ धुआं अवश्य करें, ताकि फसलों को पाले से बचाया जा सके, धुएं के साथ साथ में लोबान अवश्य डाल दें, जिससे खेत मे किसी भी प्रकार के कीट न होने पाएं।

इनपुट : मोहित शुक्ला, रामजी मिश्रा, वीरेंद्र सिंह

ये भी देखिए : ज्ञानी चाचा और भतीजा के इस भाग में जानिए कैसे आलू की फसल को बचा सकते हैं झुलसा रोग से




    

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