दिल्‍ली हिंसा: कैसे शुरू हुआ बवाल, जानिए पूरा घटनाक्रम

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दिल्‍ली हिंसा: कैसे शुरू हुआ बवाल, जानिए पूरा घटनाक्रमफोटो साभार- सोशल मीडिया

दिल्‍ली हिंसा में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि घायलों की संख्‍या 100 के करीब है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन से शुरू हुआ यह बवाल दिल्‍ली के उत्तर-पूर्वी इलाके को अपनी चपेट में ले चुका है। दिल्ली में इस घटनाक्रम की शुरुआत 22 फरवरी की रात को हुई थी। जानिए 22 फरवरी से लेकर अब तक क्‍या क्‍या हुआ।

22 फरवरी 2020

- नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में जाफराबाद में करीब 42 दिन से सड़क किनारे शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा था। इस बीच रात के करीब 10 बजे कुछ महिलाएं जाफराबाद मेट्रो स्‍टेशन के नीचे आकर बैठ गईं। बाद में कुछ और महिलाएं इसमें शामिल हुईं और फिर मौजपुर से सीलमपुर जाने वाले रास्ते को जाम कर दिया।

23 फरवरी 2020

- पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बात करके मौजपुर-सीलमपुर के रास्ते के एक साइड को खुलवा दिया, लेकिन सीलमपुर से मौजपुर जाने वाला रास्ता (दूसरा साइड) बंद ही रहा। अभी यह सब चल रही रहा था कि दिन में 3 बजे के करीब बीजेपी नेता कपिल मिश्रा और स्थानीय पार्षद अपने समर्थकों के साथ मौजपुर लालबत्ती पहुंचे और सड़क बंद करने और CAA के समर्थन में धरने पर बैठ गए।

- यहीं कपिल मिश्रा ने भड़काऊ भाषण दिया। साथ ही पुलिस को अल्‍टीमेटम भी दिया कि ''जाफराबाद और चांद बाग की सड़कें खाली करवाइए, इसके बाद हमें मत समझाइयेगा, हम आपकी भी नहीं सुनेंगे, सिर्फ तीन दिन।''

- करीब 4 बजे सीएए के विरोधी और समर्थक दोनों ही एक दूसरे पर पथराव करने लगे। दोनों ही गुट का दावा है कि पहले पथरबाजी सामने वाले गुट की ओर से शुरू हुई। कुछ ही देर में इस बवाल ने मौजपुर, मौजपुर चौक, करावल नगर, बाबरपुर और चांद बाग इलाके को अपनी जद में ले लिया।

- पुलिस ने लाठी चार्ज किया, अर्द्धसैनिक बलों को बुलाया गया। इससे कुछ देर शांति हुई, लेकिन फिर बवाल बढ़ गया। अब उपद्रवी आगजनी में लग गए। उपद्रवियों ने कई वाहनों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया।

24 फरवरी 2020

- जाफराबाद में सीएए के विरोध में प्रदर्शन जारी था। सुबह सुबह 10 बजे के करीब सीएए समर्थक प्रदर्शन करते हुए सीएए विरोधियों के सामने पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। एक घंटे से कुछ ज्‍यादा वक्‍त बीता और फिर दोनों ओर से पत्‍थरबाजी शुरू हो गई। नकाब पहने और हाथ पत्‍थर लिए उपद्रवियों ने सड़कों को अपने कब्‍जे में ले लिया।

- करावल नगर, शेरपुर चौक, कर्दमपुरी और गोकुलपुरी में हिंसा हुई। पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया। एक वीडियो सामने आया जिसमें लाल टीशर्ट पहले एक लड़का पुलिस को पिस्‍टल दिखाते नजर आया। इस लड़के ने आठ राउंड गोली चलाई। पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया और बाद में इसकी पहचान शाहरूख के तौर पर हुई जो कि स्‍थानीय निवासी है।

- हिंसा की खबरों के बीच दिल्‍ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल के मारे जाने की खबर आई। साथ ही डीसीपी के गंभीर रूप से घायल होने की भी जानकारी आई। रात में दिल्‍ली पुलिस अलग-अलग इलाकों में गश्‍त कर रही थी, वहीं उपद्रवी अलग-अलग इलाकों में आगजनी और पत्‍थराव करते घूम रहे थे।

25 फरवरी 2020

- सुबह भी हिंसा शांत नहीं हुई। मौजपुर और ब्रह्मपुरी इलाके में पत्थरबाजी की घटना हुई। उपद्रवियों ने पांच मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया।

- दिल्‍ली पुलिस ने बताया कि हिंसा में अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल भी शामिल हैं।

- पूरे उत्तर पूर्वी जिले में 1 महीने के लिए धारा 144 लगाई गई।

- इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत सभी पार्टियों के प्रतिनिधि की दोपहर 12 बजे बैठक बुलाई।

- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाई। बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा कि पुलिस को ऊपर से कार्रवाई का आदेश नहीं मिल रहा है। वहीं, सीमाई इलाकों से लोग दिल्ली आ रहे हैं और हिंसा कर रहे हैं।

- गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपना सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिया है और दिल्ली वापस लौट आए। जी. किशन रेड्डी ने इस हिंसा को सुनियोजित भी बताया।

- दिल्ली में हिंसा के मद्देनजर 13 अर्धसैनिक बलों की कंपनियों को दिल्ली पुलिस की मदद के लिए तैनात किया गया।


 

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