कोविड टीकाकरण अभियान के बारे में आज डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि भारत ने कोविड-19 टीकाकरण में एक और कीर्तिमान हासिल किया है और अब तक दी गई कोविड वैक्सीन खुराक की कुल संख्या के मामले में संयुक्त राज्य अमेरिका से आगे निकल गई है। अमेरिका ने कोविड के खिलाफ टीकाकरण का काम 14 दिसंबर, 2020 से शुरू किया था जबकि भारत में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन कोविड-19 पर मंत्रीसमूह की 29वीं बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण की नई नीति के अंतर्गत केंद्र सरकार देश में वैक्सीन निर्माताओं द्वारा तैयार 75 प्रतिशत टीकों की खरीद और आपूर्ति (नि:शुल्क) राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कर रही है।
डॉ. हर्ष वर्धन ने शुरू में कोविड-19 को नियंत्रित करने के भारत के प्रयासों के बारे में कहा, “पिछले 24 घंटों में हमारे पास केवल 46,148 मामले आए जिससे देश में सक्रिय मामले कम होकर 5,72,994 रह गए। ठीक होने की दर में लगातार वृद्धि हो रही है और यह दर आज 96.80 प्रतिशत रही। पिछले 24 घंटे में ठीक होने वालों के 58,578 मामले दर्ज किए गए। आज लगातार 46वां दिन है, जहां हमारे ठीक होने वालों की संख्या नए मामलों से अधिक है। हमारी मृत्यु दर 1.30 प्रतिशत है, दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.94 प्रतिशत पर आ गई है और साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर भी 2.94 प्रतिशत है जो 21 दिनों से लगातार 5 प्रतिशत से नीचे है।”
Chaired the 29th GoM Meeting on #COVID19 today
With🇮🇳doing well on various parameters related to #COVID19, its reducing burden as well as accelerated pace of our #VaccinationDrive, we reviewed steps for sustaining the momentum & remaining extra vigilant to tackle any resurgence. pic.twitter.com/DY4ZTQ7bJd
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) June 28, 2021
उन्होंने बताया कि आज सुबह (सुबह 8 बजे) तक हमने विभिन्न श्रेणियों में अपने देशवासियों को 32,36,63,297 वैक्सीन की खुराक दी है। इनमें 1,01,98,257 हेल्थकेयर वर्कर्स (एचसीडब्ल्यूएस) शामिल हैं, जिन्होंने पहली खुराक ली है और 72,07,617 एचसीडब्ल्यू जिन्होंने दूसरी खुराक ली है, 1,74,42,767 फ्रंटलाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) (पहली खुराक), 93,99,319 एफएलडब्ल्यू (दूसरी खुराक) और 18-44 आयु वर्ग के 8,46,51,696 (पहली खुराक) 19,01,190 दूसरी खुराक, 45 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष तक की उम्र के 8,71,11,445 (पहली खुराक), 45 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष तक की उम्र के 1,48,12,349 (दूसरी खुराक), 60 वर्ष से ऊपर के 6,75,29,713 (पहली खुराक) और 60 वर्ष से ऊपर के 2,34,08,944 (दूसरी खुराक) शामिल है।
उन्होंने मंत्री समूह के सदस्यों को कोविड-19 के इस चरण में हुए म्यूकोर्मिकोसिस संक्रमणों के बारे में बताया। कुल 40,845 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 31,344 मामले राइनोसेरेब्रल प्रकृति के हैं। संक्रमण से 3,129 लोगों की मृत्यु हुई है। कुल संख्याओं में से 34,940 रोगियों में कोविड (85.5 प्रतिशत), 26,187 (लगभग 64.11 प्रतिशत) मधुमेह के लिए सह-रुग्ण थे जबकि 21,523 (52.69 प्रतिशत) संक्रमित लोग स्टेरॉयड पर थे। 13,083 मरीज (32 प्रतिशत) 18-45 वर्ग में थे, 17,464 (42 प्रतिशत) 45-60 आयु वर्ग में थे जबकि 10,082 (24 प्रतिशत) रोगियों की उम्र 60+ वर्ष थी।
मंत्री समूह ने दृढ़ता से कोविड उपयुक्त व्यवहार के महत्व को दोहराया। निरंतर सूचना, शिक्षा, संचार (आईईसी) अभियानों के माध्यम से उच्च स्तरीय जागरूकता पर प्रकाश डाला गया। डॉ. वी के पॉल ने मास्क पहनने और हाथ की स्वच्छता के लाभों पर जोर दिया।
सचिव (स्वास्थ्य अनुसंधान) और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने भी सचेत किया कि कोविड-19 की दूसरी लहर अभी भी थमी नहीं है, क्योंकि देश के 80 जिलों में अभी भी पॉजिटिविटी ऊंची है। उन्होंने इस स्तर पर किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ टीके प्रभावी पाए गए हैं।
एनसीडीसी के निदेशक डॉ. सुजीत के सिंह ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड के वक्रमार्ग पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने महामारी विज्ञान के निष्कर्षों के आधार पर एक सूक्ष्म विश्लेषण प्रस्तुत किया, जिसमें मामलों की वृद्धि, विशेष जिलों में मामलों की सघनता और अन्य प्रवृत्तियों जैसे मृत्यु और प्रभावित राज्यों में संक्रमण को प्रेरित करने वाले कोविड-19 के वेरिएंट जैसे महत्वपूर्ण मापदंडों को इंगित किया गया था।
सक्रिय मामले मुख्य रूप से महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बने हुए हैं जो राष्ट्रीय कोविड वृद्धि दर से अधिक वृद्धि दर की सूचना दे रहे हैं। जहां 19 राज्य मृत्यु के आंकड़े एक अंकीय (10 से कम) बता रहे हैं, वहीं चार राज्य केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु दैनिक मृत्यु की सूचना सौ से ज्यादा दे रहे हैं।