छत्तीसगढ़: अब गाय के गोबर से बनी ईको फ्रेंडली लकड़ियों से होगा रायपुर में अंतिम संस्कार
रायपुर में 20 बड़े श्मशानघाट हैं जो गाय के गोबर से बनी इस खास लकड़ी का इस्तेमाल करेंगे।
गाँव कनेक्शन 1 Aug 2018 12:42 PM GMT
अंतिम संस्कार के दौरान लकड़ियों का इस्तेमाल रोकने के लिए रायपुर नगर निगम ने एक अनोखा तरीका खोज निकाला है। यहां गाय के गोबर का इस्तेमाल करके ईको फ्रेंडली लकड़ियां बनाई जा रही हैं।
लकड़ियां बनाने वाली संस्था के प्रमुख राजकुमार साहू का कहना है, "हम ये लकड़ियां मुफ्त में उपलब्ध करा रहे हैं। हम इन्हें एक विशेष मशीन की मदद से बनाते हैं। यह मशीन इतनी लकड़ियां बना रही है जिनसे हर रोज चार अंतिम संस्कार किए जा सकें।"
Chhattisgarh: Raipur introduces 'eco-friendly' wood - logs made out of cow dung - for funerals. President of the org which produces this, says 'We'll also provide logs free of cost. We make this with help of a machine, which produces logs sufficient for 4 funerals daily.' (30.07) pic.twitter.com/tHuOyBnBXE
— ANI (@ANI) July 31, 2018
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रायपुर के मेयर प्रमोद दुबे ने कहा, "इस कदम से राज्य में पेड़ों की कटाई पर रोक लगेगी। अभी तक अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों की जरूरत होती है जिसके लिए बड़ी संख्या में पेड़ों को काटा जाता है। इससे वातावरण को नुकसान तो होता ही है धुआं भी पैदा होता है। इसलिए हमने ईको-फ्रेंडली तरीका अपनाया है। इससे रोजगार सृजन भी होगा। इस तरह बनी लकड़ी के टुकड़े श्मशानघाटों को उपलब्ध कराए जाएंगे।" दुबे ने बताया कि रायपुर में 20 बड़े श्मशानघाट हैं जो गाय के गोबर से बनी इस खास लकड़ी का इस्तेमाल करेंगे।
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