छत्तीसगढ़: अब गाय के गोबर से बनी ईको फ्रेंडली लकड़ियों से होगा रायपुर में अंतिम संस्कार

रायपुर में 20 बड़े श्मशानघाट हैं जो गाय के गोबर से बनी इस खास लकड़ी का इस्तेमाल करेंगे।

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
छत्तीसगढ़: अब गाय के गोबर से बनी ईको फ्रेंडली लकड़ियों से होगा रायपुर में अंतिम संस्कार

अंतिम संस्कार के दौरान लकड़ियों का इस्तेमाल रोकने के लिए रायपुर नगर निगम ने एक अनोखा तरीका खोज निकाला है। यहां गाय के गोबर का इस्तेमाल करके ईको फ्रेंडली लकड़ियां बनाई जा रही हैं।

लकड़ियां बनाने वाली संस्था के प्रमुख राजकुमार साहू का कहना है, "हम ये लकड़ियां मुफ्त में उपलब्ध करा रहे हैं। हम इन्हें एक विशेष मशीन की मदद से बनाते हैं। यह मशीन इतनी लकड़ियां बना रही है जिनसे हर रोज चार अंतिम संस्कार किए जा सकें।"

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रायपुर के मेयर प्रमोद दुबे ने कहा, "इस कदम से राज्य में पेड़ों की कटाई पर रोक लगेगी। अभी तक अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों की जरूरत होती है जिसके लिए बड़ी संख्या में पेड़ों को काटा जाता है। इससे वातावरण को नुकसान तो होता ही है धुआं भी पैदा होता है। इसलिए हमने ईको-फ्रेंडली तरीका अपनाया है। इससे रोजगार सृजन भी होगा। इस तरह बनी लकड़ी के टुकड़े श्मशानघाटों को उपलब्ध कराए जाएंगे।" दुबे ने बताया कि रायपुर में 20 बड़े श्मशानघाट हैं जो गाय के गोबर से बनी इस खास लकड़ी का इस्तेमाल करेंगे।

   

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.