महिलाओं के लिए फेसबुक के नए फीचर्स अच्छे हैं, लेकिन हम भारतीयों की मानसिकता पर करारा तमाचा भी है

Mithilesh DharMithilesh Dhar   24 Jun 2017 12:26 PM GMT

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महिलाओं के लिए फेसबुक के नए फीचर्स अच्छे  हैं, लेकिन हम भारतीयों की मानसिकता पर करारा तमाचा भी हैनए बदलाव का स्वागत तो होना ही चाहिए। (फोटो-इंटरनेट)

लखनऊ। फेसबुक ने कुछ नए बदलाव किए हैं। ये बदलाव सोशल साइट पर मौजूद महिलाओं के लिए अच्छे हैं। वो पुरुष भी खुश होंगे, जिनकी घरों की महिलाएं फेसबुक पर हैं। अब फेसबुक की वजह से उनकी फोटो का दुरुपयोग लगभग नहीं हो पाएगा क्योंकि फेसबुक के नए फीचर के बाद महिलाओं की प्रोफाइल पर मौजूद फोटो बिना उनकी मर्जी न तो डाउनलोड होगी न ही शेयर, स्नैपशाॅट की भी इजाजत नहीं होगी।

लेकिन यहां एक बात पर हर भारतीय को गौर करना होगा, क्योंकि ये नए सिक्योरिटी फीचर सिर्फ भारत में लाए गए हैं। यानि देश में सोशल साइट्स पर महिलाएं ज्यादा असुरक्षित हैं, पिछले कुछ वर्षों में हुई घटनाओं और अपने आसपास की महिलाओं से बात करेंगे तो आपका जवाब शायद हां होगा। महिलाओं की फोटो का दुरुपयोग, पोर्न साइट पर फोटो लगाना, फोटो से छेड़खानी की बातें और शिकायतें सुनी होंगी। पिछले साल जनवरी में आई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि देश में हैकर्स का ग्रुप महिलाओं की फोटो चुराकर उन्हें पोर्न साइट पर डाल रहा है।

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40 फीसदी लड़कियों की फेसबुक फोटो पोर्न साइट पर

पिछले साल जनवरी में एक रिपोर्ट में आई थी। जिसमें खुलासा हुआ था कि हैकर्स का एक ग्रुप महिलाओं को फोटो चुराकर उन्हें पोर्न साइट्स पर डाल रहा है। भारतीय एथिकल हैकर्स ग्रुप ने फेसबुक पर ऐसे प्रोफाइल के खिलाफ मुहिम छेड़ी थी। हैरान करने वाली बात ये है कि भारत में जितनी लड़कियां सोशल साइट्स पर हैं उनमें से 40 प्रतिशत यूजर्स इस तरह की क्राइम की शिकार हुई हैं। मेल टुडे ने अपनी रिपोर्ट में मुताबिक था कि केरल साइबर वॉरियर्स ग्रुप के 15 एथिकल हैकर्स की टीम ने 28 दिसंबर 2015 के बाद से जनवरी 2016तक तक 70 फेसबुक प्रोफाइल्स को हैक किया था, जो लड़कियों के फोटो पोर्न साइट को भेज रहे थे। एथिकल हैकर्स के इस ग्रुप ने कई सारे ऐसे पेजेस को भी हैक किया जहां से सेक्स चैट के जरिए लड़कियों को फंसाया जा रहा था।

फोटो से होती है छेड़खानी

रिपोर्ट में ये बात सामने आयी थी कि हैकर्स लड़कियों के फेसबुक एलबम से उनके फोटो कॉपी करने के बाद उन्हें मोर्फ करने का काम करते थे। ये इन्हीं 70 प्रोफाइल्स से हो रहा था जिसे इस ग्रुप ने किया था। इन प्रोफाइल्स से पोर्न साइट के एडमिनिस्ट्रेटर्स को फोटो भेजा जा रहा था और भेजी हुई फोटो से थोड़ा बहुत छेड़छाड़ कर के पोर्न साइट उन्हे अपलोड कर दिया करते थे। कई मामलों में कुछ लड़कियों ने तो आत्महत्या तक कर ली थी।

सोशल साइट्स पर हम कितने सुरक्षित हैं इसका अंदाजा जानकारों की राय बताती है। देश में साइबर क्राइम के जाने माने एक्सपर्ट और एसटीएफ में डिप्टी एसपी (साइबर क्राइम) डॉ. त्रिवेणी सिंह ने पिछले दिनों पुलिस और गांव कनेक्शऩ कम्यूनिटी जर्नलिस्ट की कार्यशाला में कहा था कि महिला हो या पुरुष किसी को भी सोशल साइट्स पर अनजान लोगों से दोस्ती नहीं करनी चाहिए।

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हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर कई फीचर पहले से थे जिसमें प्राइवेसी के बाद सिर्फ फ्रेंड लिस्ट के लोग ही फोटो पर कमेंट या शेयर कर सकते थे, लेकिन वो पूरी तरह सुरक्षित नहीं थी, फिर जिन लोगों ने अपना प्रोफाइल पब्लिक किया था सबसे ज्यादा दुरुपयोग की आशंका उन्हीं के साथ है। लेकिन नए फीचर में इसकी आशंका लगभग शून्य हो जाएगी, इसलिए ज्यादातर लोग इसे अच्छी पहल बता रहे हैं।

“महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्वछंदता के लिए ये फेसबुक की अच्छी पहल है। फेसबुक की तरह सभी सोशल साइट्स को ऐसे कदम उठाने चाहिए की महिलाओं के फोटो और उनकी निजता का दुरुपयोग न हो, क्योंकि ऐसे लगातार शिकायतें आई हैं जब महिलाओं के फोटो का गलत इस्तेमाल हुआ है।”
डॉ. अनुजा कपूर, अपराध मनोवैज्ञानिक, सदस्य विश्व विक्टमोलॉजी संगठन, दिल्ली, फोन पर बताती हैं।

“एक बार सोशल साइट्स या इंटरनेट पर कोई भी चीज़ चले जाने के बाद पूरी तरह प्राइवेसी की उम्मीद करना बेमानी है, लेकिन हर किसी को ये हक़ होना चाहिए कि वो तय कर सके कि अपनी पोस्ट्स या फ़ोटो वो किन के साथ (किन के साथ नहीं) शेयर करना चाहते हैं। मुझे तो हैरानी इस बात की है कि फ़ेसबुक ने ये फ़ैसला लेने में इतनी देर क्यों लगाई।”
कंचन पंत, बेबाक किताब की लेखिका और कंटेंट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड की क्रिएटिव हेड

हालांकि कुछ लोग ये भी मानते हैं कि फेसबुक पर हमें कहां तक मौजूद रहना है और दुनिया को कितना अपने बारे में बताना है इसकी एक हद होनी चाहिए। इनकी राय थोड़ी जुदा है।

“फोटो के दुरुपयोग के लिए महिलाएं भी जिम्मेदार हैं। महिलाएं रोज अपनी डीपी और प्रोफाइल फोटो बदलती हैं। काफी लड़कियां बिना जाने-समझे लोगों की मित्रता (फ्रेंडर रिक्वेस्ट) स्वीकार करती हैं। इसके लिए काफी हद लाइक और कमेंट की चाह भी जिम्मेदार होती है। हमें अपनी हदें तय करनी चाहिए और हिफाजत का भी ख्याल रखना होगा।”
प्रियंका ओम, वो अजीब लड़की’ की लेखिका, तंजानिया में निवास

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लेकिन ये बदलाव हमारी सोच पर तमाचे जैसी है

भारतीय महिलाओं की सुरक्षा के नजरिए से फेसबुक के ये फीचर्स सार्थक हैं। लेकिन ये ये भी बताते हैं, कि पुरुष उन्हें सुरक्षा का वो असहास नहीं दिला पाए कि वो अपनी फोटो लगाते वक्त हिचके नहीं। ये सिक्योरिटी फीचर अभी भारत में ही लागू किया जा रहा है। दुनिया के जिन देशों में फेसबुक है उनमें सबसे ज्यादा असुरक्षित भारतीय महिलाओं के फोटो हैं। ये खुद फेसबुक की रिपोर्ट कह रही है, हालांकि फेसबुक ने अपने बयान में ये भी कहा कि ये फीचर्स अन्य देशों के फेसबुक यूजर्स के लिए जोड़े जा सकते हैं।

क्या हैं ये नए बदलाव कर रहा

कंपनी ने अपने रिसर्च में पाया कि भारत की कई महिला यूजर्स इस सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपनी प्रोफाइल फोटो में अपना चेहरा नहीं दिखाती। उन्हें पता चला कि इसके पीछे महिलाओं का ये डर काम करता है कि कोई भी उनकी फोटो डाउनलोड कर उसका कहीं और दुरुपयोग कर सकता है। पहले ऐसी कई घटनाएं सामने भी आ चुकी हैं। नई दिल्ली के सेंटर फॉर सोशल रिसर्च एंड लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन व अन्य सुरक्षा संगठनों के साथ मिलकर फेसबुक ने भारत में एक नया टूल तैयार किया है, जिसके जरिये आप अपनी तस्वीरों को पहले से अधिक सुरक्षित रख सकेंगे। अभी ये सुविधा एप यूज करने वाले लोगों को मिलेगी। अब कोई भी आपकी इच्छा के बिना न आपकी प्रोफाइल फोटो को डाउनलोड कर पाएगा, शेयर कर पाएगा, न ही किसी को मैसेज में भेज पाएगा। जो आपकी फ्रेंडलिस्ट में नहीं होंगे, उन्हें आपकी प्रोफाइल फोटो पर टैग करने की अनुमति भी नहीं मिलेगी।’ फेसबुक की रिपोर्ट के अनुसार 75 प्रतिशत लोगों ने माना है कि प्रोफाइल फोटो सुरक्षित होनी चाहिए।

कुछ ऐसी घटनाएं जो बताएंगी क्यों जरूरी हुआ ये बदलाव

आईएएस टॉपर को भी नहीं छोड़ा

2015 की यूपीएससी टॉपर टीना डाबी भी हमारे कुंठित विचारधार से बच नहीं पायीं। पछिले साल मई में उन्होंने खुद कहा कि उनकी प्रोफाइल फोटो लगाकर 35 से ज्यादा अकाउंट फेसबुक पर बनाए गए। उनके नाम से गलत-सलत कमेंट भी लिखे गए। बाद में टीना डाबी को पोस्ट लिखकर अपने फर्जी कमेंट पर सफाई देनी पड़ी। तब फेसबुक ने खुद मामले को संज्ञान में लिया और फर्जी अकाउंट डीलिट किए।

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फेसबुक से ली लड़की की फोटो, एडिट किया और फिर डाल दिया पोर्न साइट पर

पिछले साल ऐसा ही एक मामला पटना में सामने आया था। मामला खूब चर्चित रहा। राजधानी पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र की ग्रेजुएशन की एक छात्रा इसकी शिकार हुई थी। मनचलों ने लड़की के फेसबुक प्रोफाइल से उसका फोटो चुराया और फोटोशॉप से उसके फोटो के साथ छेड़छाड़ कर कई पोर्न साइट पर पोस्ट कर दिया। पीड़िता के फोटो का मनचलों ने और भी कई इस्तेमाल किया है। कई अन्य साइट पर भी फोटो के साथ फूहड़ जानकारी परोसी गई है। छात्रा को इस बात की जानकारी तब मिली जब उसके दोस्तों ने उसे बताया। इसके बाद उसके नाते-रिश्तेदारों ने भी उसे फोन करना शुरू कर दिया। पीड़िता घटना को लेकर इतना टॉर्चर हुई कि वह मानिसक रूप से बीमार हो गई है। बाद में साइबर टीम की वजह से कुछ लोगों पर कार्रवाई हुई।

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